जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर जहां पूरी देश एकजुट होकर आतंकियों और उनके पनाहगारों को सबक सिखाने की मांग कर रहा है। भारत सरकार भी कार्रवाई कर रही है। लेकिन कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस पर सियासी रोटी सेंकने की कोशिशों में लगे हुए हैं। उनके द्वारा दिए गए बयानों को पाकिस्तान की प्रोपागेंडा मशीनरी हथियार के रूप में भारत के ही खिलाफ इस्तेमाल करके नरैटिव गढ़ने का काम कर रही है। इस समय अपने एक बयान को लेकर सिद्धारमैया पाकिस्तानी मीडिया के पोस्टर हीरो बने हुए हैं।
क्या कहा सिद्धारमैया ने
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धारमैया से पहलगाम में आतंकी हमले और पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य एक्शन को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया औऱ तुष्टिकरण की अपनी पुरानी परंपरा को बरकरार रखते हुए वह कहते हैं कि हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। पाकिस्तान के साथ युद्ध करने की क्या जरूरत ही है। उल्टा वह भारत सरकार अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का ज्ञान देते हैं।
भाजपा बोली-पाकिस्तान रत्न
उनके इस बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। कर्नाटक भाजपा नेता औऱ नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए उन्हें पाकिस्तान रत्न करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में जब देश में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है, उस संवेदनशील परिस्थिति में ये पाकिस्तान की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रहे हैं। भाजपा नेता ने पाकिस्तान की मीडिया में सिद्दारमैया के चर्चे होने की क्लिप को साझा करते हुए तंज कसा कि अब अगर वो पाकिस्तान के दौरे पर जाएंगे तो उनका वहां शाही स्वागत होगा। हो सकता है कि पाकिस्तान सिद्दारमैया को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान ए पाकिस्तान भी दे दे। ऐसे लोग देश के लिए सबसे बड़ी त्रासदी हैं।
मुस्लिम वोटों के कारण बने मुख्यमंत्री
वहीं भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने सिद्धारमैया के तुष्टिकरण वाले बयान की सच्चाई को उजागर करते हुए दावा किया कि सिद्धारमैया केवल मुस्लिम वोटों के ही कारण मुख्यमंत्री बने हैं। इसीलिए कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान को बचाने के लिए सामने आई है। वो हमें युद्ध नहीं करने का सुझाव दे रहे हैं, जबकि, आतंकी निर्मम तरीके से हमारी हत्याएं कर रहे हैं।
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