नोटबंदी ने देश को दी आर्थिक रफ्तार : हरिवंश
May 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को दी गति : हरिवंश

राज्यसभा उपसभापति हरिवंश ने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को मजबूती और भ्रष्टाचार पर लगाम लगी। नई पुस्तक ‘नोटबदली से नोटबंदी’ के लोकार्पण समारोह में राजेश झा को मिली सराहना।

by SHIVAM DIXIT
Apr 20, 2025, 08:51 pm IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली (हि.स.) । नोटबंदी के कारण देश की अर्थव्यवस्था में चुस्ती आई और जनकल्याण के लिए आवंटित सरकारी बजट समाज के वंचितों और पीड़ितों तक शत-प्रतिशत पहुंचाना संभव हो पाया। इसने देश में दीमक की तरह सक्रिय लगभग साढ़े तीन लाख शेल कंपनियों पर ताला जड़वाया और भ्रष्टाचार पर भी प्रभावी नियंत्रण किया। यह देश को आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से निकालकर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में ले जाने वाला एक ऐतिहासिक कदम था।

इस विषय पर पत्रकार राजेश झा द्वारा लिखित पुस्तक “नोटबदली से नोटबंदी : भारत के आर्थिक महाशक्ति बनाने की संकल्प यात्रा एवं उपलब्धियां” के लोकार्पण के अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री हरिवंश नारायण सिंह ने उक्त बातें कहीं। यह लोकार्पण समारोह शनिवार देर शाम प्रधानमंत्री संग्रहालय पुस्तकालय सभागार में आयोजित हुआ।

हरिवंश ने कहा कि लगभग आठ वर्षों के शोध और तथ्यों के विश्लेषण के बाद लिखी गई यह पुस्तक नोटबंदी के तात्कालिक, लघुकालिक, मध्यकालिक एवं दीर्घकालिक प्रभावों का प्रामाणिक दस्तावेज है। यह न केवल पठनीय है, बल्कि संग्रहणीय भी है। उन्होंने लेखक राजेश झा को इस उत्कृष्ट कृति के लिए बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक पाठकों के बीच एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।

जस्टिस शंभूनाथ श्रीवास्तव ने राजेश झा को देश का उदीयमान “आर्थिक इतिहासकार” बताते हुए कहा कि जब देश में अनियंत्रित सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वाले नैरेटिव्स चल रहे हैं, तब इस पुस्तक ने आवश्यक तथ्यों के साथ एक सशक्त दस्तावेज प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने सामाजिक-आर्थिक न्याय के लिए एक नई दिशा दी और आतंकवाद पर भी अंकुश लगाया।

विशिष्ट अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल ए.एस. रावत ने कहा कि पुस्तक में नोटबंदी के भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रभाव का बेबाकी से विश्लेषण किया गया है। उन्होंने इसे एक संदर्भ ग्रंथ की संज्ञा दी और कहा कि इसके माध्यम से भविष्य में देश की अर्थव्यवस्था का गहन अध्ययन किया जा सकेगा।

विख्यात अर्थशास्त्री और स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह-संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन ने कहा कि इस पुस्तक में उन नेताओं और नौकरशाहों की करतूतों को उजागर किया गया है जिन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह चट कर दिया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का साहसिक निर्णय देश की आर्थिक और सामरिक स्थितियों में सकारात्मक बदलाव लाने वाला सिद्ध हुआ।

प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. जे.एस. राजपूत ने पुस्तक को एक महत्वपूर्ण और दुर्लभ प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि समसामयिक आर्थिक विषयों पर हिंदी में मौलिक पुस्तकों की भारी कमी है, जिसे राजेश झा ने शोधपूर्ण लेखन से पूरा किया है।

कार्यक्रम में राजेश झा ने बताया कि “99% करेंसी बैंकों में वापस आ गई” यह कहकर नोटबंदी को असफल बताने वाले लोग यह नहीं बताते कि चलन में एक ही नंबर की तीन-चार नकली करेंसी नोट थीं। इस प्रकार 400% करेंसी नोटों में से 301% जाली नोट थे, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था को मुक्ति मिली। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर अर्थव्यवस्था चलाने की जिम्मेदारी थी, वे ही उसे खोखला कर रहे थे, जिसका प्रमाण रिजर्व बैंक के गोदामों में बरामद हजारों करोड़ रुपये के नकली नोट हैं।

राजेश झा ने यह भी कहा कि यदि मोदी सरकार ने साहसिक निर्णय नहीं लिया होता तो आज भारत भी उन देशों की पंक्ति में खड़ा होता जहां लोग राशन के लिए हाहाकार मचा रहे हैं।

कार्यक्रम के प्रारंभ में वैदिक मंत्रोच्चार से उद्घाटन किया गया। आरजेपी प्रकाशन की ओर से यह पुस्तक प्रकाशित की गई है। कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में आजाद हिंद फौज के 102 वर्षीय योद्धा आर. माधवन पिल्लई का सम्मान भी किया गया। उन्होंने राजेश झा को “पुत्रवत” बताया और कहा कि वे उन्हें आशीर्वाद देने आए हैं। उन्होंने “कदम-कदम मिलाए जा…” गीत भी सुनाया।

प्रकाशक राशी जोशी ने सभी अतिथियों को पुस्तक और स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस कार्यक्रम में भारत सरकार के तीन सचिव, नीति आयोग के दो निदेशक, इंडियन इकोनॉमिक्स एसोसिएशन के 25 प्रोफेसर, सुप्रीम कोर्ट के 43 अधिवक्ता, तथा देशभर के प्रमुख विश्वविद्यालयों के 218 रिसर्च स्कॉलर्स उपस्थित रहे।

Topics: नोटबंदी भारत 2024Demonetisation Book Launchराजेश झा नोटबंदीहरिवंश नोटबंदी बयाननोटबंदी पर नई पुस्तकनोटबंदी का आर्थिक असरModi Demonetisation Decisionनोटबंदी से बदलावनोटबंदी की समीक्षा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

India has becomes fourth largest economy

जापान को पीछे छोड़ भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 4.18 ट्रिलियन डॉलर का आकार

PM Narendra Modi Varanasi visit

‘ऑपरेशन सिंदूर हमारे संकल्प, हमारे साहस और बदलते भारत की तस्वीर है’, मन की बात में बोले PM मोदी

CM साय का आत्मनिर्भर बस्तर विजन, 75 लाख करोड़ की इकोनॉमी का लक्ष्य, बताया क्या है ‘3T मॉडल’

dr muhammad yunus

बांग्लादेश: मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में काउंसिल ने कहा-‘सुधार जरूरी!’, भड़काने वाले लोग विदेशी साजिशकर्ता

Defence deal among Israel And NIBE

रक्षा क्षेत्र में भारत की छलांग: NIB लिमिटेड को मिला इजरायल से ₹150 करोड़ का यूनिवर्सल रॉकेट लॉन्चर ऑर्डर

the Wire Omar Rashid Rape a women

‘द वायर’ के पत्रकार ओमर रशीद द्वारा बलात्कार का मामला और फिर एक बार सेक्युलर गैंग की अंतहीन चुप्पी

कार्रवाई की मांग को लेकर लोग एकत्र हुए

तिलक लगाकर आने पर मुस्लिम युवक ने हिंदू नेता को मारा चांटा, सर्व हिंदू समाज का जोरदार प्रदर्शन

By-elections

चार राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा, 19 जून को मतदान

प्रतीकात्मक तस्वीर

विश्व थायराइड दिवस: योगासन एवं भारतीय ज्ञान परंपरा से थायरॉयड संतुलन

नीति आयोग बैठक : PM मोदी ने थामा विष्णुदेव साय का हाथ, बोले- ‘छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies