वक्फ बोर्ड के प्रबंधन और रखरखाव में सुधार को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के द्वारा लाए वक्फ संशोधन विधेयक-2024 लाई है। सरकार इस विधेयक को इसी सत्र में सदन में पेश करने की तैयारी में है। लेकिन इसका विरोध करने के लिए ईद के मौके पर भी मुसलमान अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर भोपाल और सिवनी में नमाज पढ़ने के लिए ईदगाह पहुंचे। इस दौरान कट्टरपंथी मानसिकता से सने लोगों ने फिलिस्तीन के प्रति अपनी एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए ‘मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं’, नेतन्याहू खूनी है, इजरायल नेतन्याहू मुर्दाबाद की नारेबाजी की।
क्या है पूरा मामला
वक्फ बिल का विरोध करने के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने देश के मुस्लिमों से बांह पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने की अपील की थी। बड़ी संख्या में मुसलमानों ने इसे माना भी। इसका नजारा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में देखने को मिला, जहां ईदगाह पर नमाजी काली पट्टी बांधकर पहुंचे। इस दौरान कुछ मुस्लिमों को अपने हाथ में फिलिस्तीन समर्थक पोस्टर और झंडे लिए देखा गया।
ये पोस्टर ‘मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं’, ‘अल अक्सा मेरा गौरव है’, ‘अल अक्सा की रक्षा करो’ वाले थे। इस दौरान फिलिस्तीन के समर्थन में मुस्लिम युवकों ने नारेबाजी भी की।
सिवनी में भी ऐसा ही नजारा
यही हाल राजधानी भोपाल से करीब 400 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र की सीमा से सटे सिवनी जिले में भी देखा गया। वहाँ ईद की नमाज पढ़ने आए मुस्लिमों ने अपने हाथों में वक्फ बिल विरोधी पोस्टर थामा था। इस दौरान ‘गाजा की गलियां सूनी हैं, नेतन्याहू खूनी है’, डोनाल्ड ट्रंप मुर्दाबाद, इजरायल-नेतन्याहू मुर्दाबाद जैसे देश विरोधी नारे लगाए। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने वक्फ बोर्ड के समर्थन में नारेबाजी की और कहा कि वक्फ से छेड़छाड़ संविधान से छेड़छाड़।
भड़के विश्वास सारंग
इस बीच कट्टरपंथियों की इस हरकत पर नरेला से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पवित्र दिन पर वक्फ संशोधन विधेयक के विवरणों को जाने बिना ही भावनाओं में बहकर इस तरह का विरोध देश विरोधी मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने सवाल किया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले, पुलवामा अटैक और मुंबई हमले के दौरान इन लोगों ने बांह पर काली पट्टी क्यों नहीं बांधी? उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शन कांग्रेस और ओवैसी की मानसिकता को दिखाता है।
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