पंजाब में बजट सत्र चल रहा है और सरकार अनेक सच्चे-झूठे दावे कर विकास को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है परन्तु सत्ताधारी दल के ही एक विधायक ने सरकार से ऐसा सवाल कर दिया जिससे पूरी सरकार की उपलब्धियों की पोल खुल गई।
पंजाब के धर्मकोट से विधायक देवेंद्रजीत सिंह ने आप सरकार पर अपने क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि पिछले तीन साल में मेरी विधानसभा सीट में स्वास्थ्य से जुड़ा कोई भी प्रोजेक्ट नहीं दिया गया। इस दौरान विधायक ने यहां तक कह दिया कि ऐसा लगता है जैसे वो पाकिस्तान में रह रहे हैं।
देवेंद्रजीत सिंह ने अपनी ही सरकार पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने पंजाब विधानसभा में कहा कि पिछले तीन सालों में धर्मकोट विधानसभा क्षेत्र को कोई स्वास्थ्य परियोजना नहीं मिली और मोगा जिले के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा कि मोगा के साथ ऐसा व्यवहार क्यों। क्या मोगा पंजाब का हिस्सा नहीं है? ऐसा लगता है कि हम पाकिस्तान में रह रहे हैं.
वहीं, इसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। विधायक के इस बयान से पहले स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि धर्मकोट पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) को उप-मंडलीय अस्पताल में अपग्रेड करने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन नहीं है। मंत्री ने कहा कि पीएचसी आठ किलोमीटर दूर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोट ईसे खां कस्बे के अंतर्गत आता है। धर्मकोट में ट्रॉमा सेंटर खोलने का भी कोई प्रस्ताव नहीं है। पंजाब राज्य में पहले से ही 5 ट्रॉमा सेंटर चल रहे हैं।
मंत्री के बयान पर विधायक ने कहा कि धर्मकोट विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा इलाका है। उन्होंने कहा, ‘हम भी पंजाब के निवासी हैं और हमारा जिला मोगा है। सीएचसी में एमबीबीएस डॉक्टरों के 8 में से केवल दो पद अभी तक भरे गए हैं। पहले 300 विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती की गई थी, उनमें से केवल चार डॉक्टर मोगा को दिए गए. जबकि मलेरकोटला एक छोटा जिला है और वहां 28 एमबीबीएस डॉक्टर तैनात हैं।
बरहाल इस घटना को आम आदमी पार्टी की सरकार की किरकिरी के रूप में देखा जा रहा है।
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