सुनील आंबेकर, (आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख)
नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 21 से 23 मार्च तक कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित होगी। प्रतिनिधि सभा संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई है। इसका आयोजन प्रतिवर्ष होता है। इस बार यह बैठक बेंगलुरु के चन्नेनहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र परिसर में होगी।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बुधवार को बेंगलुरु में पत्रकार वार्ता में बताया कि बैठक में गत वर्ष 2024-25 का कार्यवृत्त रखा जाएगा तथा उस पर समीक्षात्मक चर्चा के साथ ही विशेष कार्यों का निवेदन भी होगा। आगामी विजयादशमी 2025 को संघ कार्य के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस निमित्त विजयादशमी (दशहरा) 2025 से 2026 तक संघ का शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा। बैठक में शताब्दी वर्ष के कार्य विस्तार की समीक्षा के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रमों एवं आयोजन तथा अभियानों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। बैठक के बाद रानी अब्बक्का पर वक्तव्य जारी किया जाएगा। उनकी इस वर्ष 500वीं जयंती होगी।
बैठक में बांग्लादेश घटनाक्रम पर आगे की भूमिका और संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर कृतज्ञता एवं आगे की कार्य योजना से जुड़े दो प्रस्तावों पर विचार होगा। इसके साथ ही संघ की शाखाओं में अपेक्षित सामाजिक परिवर्तन के कार्यों सहित विशेष रूप से पंच परिवर्तन के प्रयासों पर चर्चा होगी। वर्तमान परिदृश्य के विश्लेषण एवं करणीय कार्यों की चर्चा भी बैठक में होगी।
आंबेकर ने बताया कि बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले तथा सभी सह सरकार्यवाह एवं अन्य पदाधिकारियों सहित कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहेंगे। बैठक में मुख्य रूप से निर्वाचित प्रतिनिधि, प्रांत एवं क्षेत्र स्तर के 1480 कार्यकर्ता अपेक्षित हैं। बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, महामंत्री एवं संगठन मंत्री भी अपेक्षित रहेंगे। इसमें मजदूर संघ, भारतीय जनता पार्टी, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिन्दू परिषद जैसे संगठन शामिल हैं।
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