अमेरिका में ट्रम्प सरकार के आने के बाद कई कदम उठाए जा रहे हैं। हंगामे भी लगातार हो रहे हैं। नया हंगामा महमूद खलील को लेकर हो रहा है। अब प्रश्न उठता है कि महमूद खलील कौन है और क्यों उसे अमेरिका से बाहर भेजा जा रहा है? क्यों उसे गिरफ्तार किया गया? क्यों अमेरिका में पूरा का पूरा एक सिस्टम उसके पक्ष में आकर खड़ा हो गया है?
महमूद खलील की बीवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रही है कि उसके शौहर को अगवा कर लिया गया है। उसका प्रेस वक्तव्य भी वायरल है, जिसमें वह कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अपने शौहर महमूद खलील के गिरफ्तार होने की बात कर रही है। उसका कहना है कि 8 मार्च को जब वे लोग एक इफ्तार डिनर से वापस आ रहे थे, तो पुलिस अधिकारियों ने महमूद को गिरफ्तार कर लिया। उसका कहना है कि उसके शौहर ने कुछ भी गलत नहीं किया है। प्रेस वक्तव्य में उसने लिखा कि उसके अभिभावक सीरिया से हैं और वे वहां की दमनात्मक नीतियों की कहानी बताते रहते हैं। उन्हें लगा था कि अमेरिका में सुरक्षा और स्थिरता की भावना आएगी, मगर उनके यहां आने के 40 साल के बाद अमेरिका में ज्यादा असुरक्षित और अस्थाई महसूस हो रहा है।
Mahmoud Khalil’s pregnant wife claims Syria is safer for her family than the US under Trump.
In Syria, Christians are being slaughtered by an offshoot of ISIS right now.
Basically, Mahmoud’s wife thinks ISIS is better than Trump.
Maybe she can go be an ISIS bride in Syria! pic.twitter.com/nwyp5LROaA
— Laura Loomer (@LauraLoomer) March 12, 2025
यह प्रेस वक्तव्य एक स्टैन्डर्ड भाषा में है। ऐसा कहा जा रहा है कि खलील की बीवी विक्टिम कार्ड खेल रही है। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में जो हुआ था, वह सभी को पता है और यह सभी ने देखा कि कैसे आम इजरायली लोगों को हमास के आतंकियों ने शिकार बनाया। पूरी दुनिया ने यह भी देखा था कि कैसे अमेरिका सहित कई देशों की यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन हुए थे और इजरायल ही नहीं बल्कि यहूदियों के प्रति हिंसा बढ़ी थी।
इजरायल के खिलाफ आंदोलन का चेहरा था
कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में भी ऐसा ही एक प्रदर्शन हुआ था और कैंपस में जिस कथित छात्र ने इन विरोध आंदोलन का प्रतिनिधित्व किया था और जिसने सबसे ज्यादा सहायता की थी, वह और कोई नहीं महमूद खलील ही था। इजरायल के खिलाफ हुए आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा महमूद खलील था। अब महमूद खलील के समर्थन में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और कह रहे हैं कि महमूद खलील निर्दोष है और उसकी गिरफ्तारी फ्री स्पीच पर प्रहार है।
किससे जुड़ा है महमूद खलील
खलील Columbia U Apartheid Divest (CUAD) के नेताओं में से एक है। यह वह समूह है जो हमास का समर्थन करता है। और यह वह समूह है जिसने बांग्लादेश में “सफल” छात्र आंदोलन के बाद खुशी व्यक्त करते हुए वैसे ही चरम कदम उठाने की वकालत की थी। यह भी कहा था कि वे पश्चिमी सभ्यता को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए प्रयास कर रहे हैं और उन्होंने साम्राज्य के न गिरने तक अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए और भी अधिक चरम कदम उठाने की धमकी दी थी।
Columbia U Apartheid Divest संगठन क्या है
Columbia U Apartheid Divest कुल 116 छात्र समूहों का संगठन है। न्यूयॉर्क पोस्ट पर एक पोस्टर भी है जिसमें बांग्लादेश के कथित छात्रों की तस्वीरें हैं और लिखा है कि हम अपने साथियों को प्यार भेजते हैं और हम उनसे और सीखने के लिए इंतजार कर रहे हैं। जन बिप्लब बना रहे, ग्लोबल intifada बना रहे। महमूद खलील इसी संगठन का एक नेता था और जिसने कपलंबिया यूनिवर्सिटी में इजरायल विरोधी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। Columbia Jewish Alumni Assoc ने एक्स पर महमूद खलील के कामों की पूरी थ्रेड प्रकाशित की है।
ट्रम्प ने कहा – महमूद खलील कट्टरपंथी हमास समर्थक स्टूडेंट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि आईसीई ने महमूद खलील को गिरफ्तार किया है जो एक कट्टरपंथी हमास समर्थक स्टूडेंट है। यह इस मामले में पहली गिरफ़्तारी है और हम और भी गिरफ्तारी करेंगे। उन्होंने truthsocial पर लिखा कि हम जानते हैं कि कोलंबिया और देश भर के अन्य विश्वविद्यालयों में ऐसे कई छात्र हैं जो आतंकवाद समर्थक, यहूदी विरोधी, अमेरिकी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और ट्रम्प प्रशासन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। इनमें से कई छात्र नहीं हैं, वे वेतनभोगी आंदोलनकारी हैं। हम इन आतंकवादी समर्थकों को खोजकर, पकड़कर, अपने देश से निर्वासित करेंगे ताकि वे फिर कभी वापस न आएं। यदि आप निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की हत्या सहित आतंकवाद का समर्थन करते हैं, तो आपकी उपस्थिति हमारी राष्ट्रीय और विदेश नीति के हितों के विपरीत है और आपका यहां स्वागत नहीं है।
फ्री स्पीच का उल्लंघन नहीं
अमेरिका के विदेश मंत्री ने भी यही कहा कि यह किसी भी प्रकार से फ्री स्पीच का उल्लंघन नहीं है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में यह कहा कि यदि कोई स्टूडेंट वीसा के लिए आवेदन करता है तो क्या वह कहेगा कि वह हमास का समर्थक है और स्टूडेंट वीसा पर आने के बाद हर तरह की यहूदी विरोधी गतिविधियों में भाग लेगा और ऐसा न करने पर यूनिवर्सिटी बंद कर देगा, तो उसे मैं वीसा नहीं दूंगा। हालांकि खलील को वापस भेजने पर अभी कोर्ट की तरफ से रोक लगा दी गई है।
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