Bangladesh : रोहिंग्याओं पर कसा America का फंदा! 'शरणार्थियों' को पड़ेंगे खाने के लाले
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Bangladesh : रोहिंग्याओं पर कसा America का फंदा! ‘शरणार्थियों’ को पड़ेंगे खाने के लाले

पहले राशन के लिए मदद के तौर पर 12.50 डॉलर प्रति माह मिला करते थे, जो अब घटकर 6 डॉलर कर दिए गए हैं। ऐसे और भी क्षेत्र हैं, जहां खाद्य राशन के अलावा बजट में कटौती की गई है

by Alok Goswami
Mar 10, 2025, 03:14 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
म्यांमार से भागकर आए रोहिंग्या 'शरणार्थियों' के दर्जनों शिविर हैं (File Photo)

म्यांमार से भागकर आए रोहिंग्या 'शरणार्थियों' के दर्जनों शिविर हैं (File Photo)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अमेरिका विश्व खाद्य कार्यक्रम आगामी 1 अप्रैल से बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए भेजे जा रहे राशन में जबरदस्त कटौती करने जा रहा है। राशन में इस कटौती की खबर बांग्लादेश में कॉक्स बाजार स्थित वहां के सबसे बड़े रोहिंग्या कैंप में रह रहे लाखों रोहिंग्याओं में खलबली मची हुई है। उन्हें लग रहा है कि अब उनके खाने के लाले पड़ने वाले हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि इस आदेश के पीछे ट्रंप प्रशासन का हाथ है कि नहीं, लेकिन यह तय है कि इसके परिणामस्वरूप कैंप में खाद्यान्न का संकट खड़ा हो जाएगा। फिलहाल यह आदेश कॉक्स बाजार के कैंप के संदर्भ में जारी किया गया है। यहां पर म्यांमार से भागकर आए रोहिंग्या ‘शरणार्थियों’ के दर्जनों शिविर हैं जिनमें लगभग 10 लाख से ज्यादा ‘शरणार्थी’ रह रहे हैं।

म्यांमार में बहुसंख्यक शांतिप्रिय—अहिंसक बौद्धों पर रोहिग्याओं की हिंसा के बाद, साल 2017 में म्यांमार सेना और पुलिस ने रोहिंग्याओं पर संख्ती करनी शुरू की थी। इसके बाद वे वहां से भाग खड़े हुए थे। लगभग 7 लाख से अधिक मुस्लिम रोहिंग्या म्यांमार से भागकर बांग्लादेश पहुंचे थे। हालांकि तब सेकुलर मीडिया ने दुष्प्रचार करते हुए यह छापा था कि ‘बौद्ध बहुल देश म्यांमार में रोहिंग्या जातीय समूह को भेदभाव का सामना करना पड़ता है और उन्हें नागरिकता और अन्य अधिकारों से भी वंचित किया जाता है’।

जैसा पहले बताया खाद्यान्न में इस कटौती का निर्णय सीधे ट्रंप प्रशासन का है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। यह जरूर है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पद पर आते ही अधिकांश विदेशी सहायता कार्यक्रमों पर लगाम लगा दी थी। उदाहरण के लिए उन्होंने अमेरिकी एजेंसी यूएसएआईडी को भी भंग कर दिया। इसकी वजह से दुनिया भर में ‘मानवीय मदद’ के नाम पर ‘गरीब’ देशों में जो कार्यक्रम चल रहे थे, वे अब ठप हैं और वे ‘गरीब’ देश कुनमुना रहे हैं।

बांग्लादेश में शरणार्थी राहत और प्रत्यावर्तन के आयुक्त शमसूद दौजा का कहना है कि पहले राशन के लिए मदद के तौर पर 12.50 डॉलर प्रति माह मिला करते थे, जो अब घटकर 6 डॉलर कर दिए गए हैं। ऐसे और भी क्षेत्र हैं, जहां खाद्य राशन के अलावा बजट में कटौती की गई है। यूनुस की अंतरिम सरकार का कहना है कि ‘मदद’ में कटौती से उस देश में कई परियोजनाएं प्रभावित होंगी।

रोहिंग्या ‘शरणार्थियों’ का कहना है कि वे अगले महीने से खाद्यान्न राशन में होने वाली कटौती के बारे में सोच सोचकर चिंता में घुले जा रहे हैं। अब उनको मिल रहा अमेरिका का खाद्यान्न आधा हो जाएगा। इस बारे में शरणार्थी कैंप के एक अधिकारी का कहना है कि यह कटौती सीधे सीधे 10 लाख से ज्यादा के खान—पान पर असर डालेगी। इससे ‘सामाजिक’ और ‘मानसिक’ पीड़ा पहुंच सकती है।

Topics: Rohingyaअमेरिकाamericabangladeshtrumpबांग्लादेशडोनाल्ड ट्रंपcampcox bazar
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

तस्लीमा नसरीन

जब तक इस्लाम रहेगा तब तक आतंकवाद रहेगा, 1400 वर्षो में नहीं बदला- तस्लीमा नसरीन

धर्म की जय, अधर्म का नाश

Bangladesh Islsamist looted books

बांग्लादेश में इस्लामिस्टों की पुस्तक लूट: नालंदा से टँगाइल तक, एक ही कट्टरपंथी सोच

‘टेक्सास में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं, शरिया कानून हावी नहीं होगा’, MAGA समर्थक वैलेंटिना का Video वायरल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies