नई दिल्ली । अयोध्या के राम मंदिर को निशाना बनाने की साजिश रचने वाले संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में रविवार रात (2 मार्च) फरीदाबाद के बांस रोड पाली इलाके से 19 वर्षीय अब्दुल रहमान को हिरासत में लिया। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद उत्तर प्रदेश ATS ने आजमगढ़, मऊ और बलिया में संदिग्धों की तलाश में जोरदार छापेमारी शुरू की है।
फरीदाबाद में गिरफ्तारी और मामला दर्ज
फरीदाबाद पुलिस ने डबुआ थाने में अब्दुल रहमान के खिलाफ आम्र्स एक्ट की धारा 25(1)(ए), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4(ए), 4(बी), 5 के तहत FIR दर्ज की है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि STF इंस्पेक्टर के बयान के आधार पर यह कार्रवाई की गई। अब्दुल को गिरफ्तार करने के बाद गुजरात ATS उसे 10 दिन के रिमांड पर गुजरात ले गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसे हैंड ग्रेनेड कहां से और किसने मुहैया कराए। सूत्रों के मुताबिक, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की सूचना पर गुजरात ATS ने उसकी लोकेशन ट्रेस की थी, जिसके बाद हरियाणा STF के साथ मिलकर उसे धर दबोचा।
यूपी में ATS का बड़ा ऑपरेशन
अब्दुल रहमान मूल रूप से अयोध्या के मिल्कीपुर का निवासी है और कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) के संपर्क में था। पूछताछ में पता चला कि वह राम मंदिर पर हमले की साजिश रच रहा था और उत्तर प्रदेश के अन्य लोग भी उसके संपर्क में थे। इसके बाद यूपी ATS ने प्रदेश भर में छापेमारी शुरू की। बीती रात आजमगढ़ में छापेमारी के बाद टीम बलिया पहुंची, जहां सूत्रों के अनुसार तीन युवकों को हिरासत में लिया गया है। इनके पास से पाकिस्तान से जुड़ी ईमेल आईडी मिलने की बात सामने आई है। मंगलवार सुबह से आजमगढ़ परिक्षेत्र में ATS की टीमें सक्रिय हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक ISI से संपर्क में आए सभी संदिग्धों को पकड़ नहीं लिया जाता।
आतंकी साजिश का खुलासा
अब्दुल रहमान के पास से बरामद हैंड ग्रेनेड और उसकी ISI से कथित संलिप्तता ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। जांच में यह भी सामने आया कि वह अयोध्या में राम मंदिर को नष्ट करने की योजना बना रहा था। फरीदाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अब्दुल की निशानदेही पर छानबीन जारी है, ताकि उसके नेटवर्क और हैंड ग्रेनेड के स्रोत का पता लगाया जा सके। इस बीच, यूपी ATS की कार्रवाई से आतंकी साजिश के और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
यह घटना एक बार फिर देश में आतंकी गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ाने वाली है। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हैं।
टिप्पणियाँ