उत्तराखंड

उत्तराखंड: महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी, शिवालयों में गूंजा हर-हर महादेव का जयघोष

र्व सप्ताह में लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ियों ने हरिद्वार से गंगा जल लिया और अपने अपने स्थानों की तरफ रवाना हुए।

Published by
दिनेश मानसेरा

हरिद्वार: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों शिव भक्तों ने मां गंगा के प्रति आस्था प्रकट करते हुए सनातन नगरी के पावन घाटों पर स्नान किया।

मान्यता के अनुसार, स्वर्ग से पावनदाई गंगा भगवान शिव की जटाओं से होते हुए उनके चरणों को स्पर्श करते हुए धरती पर आती है। आज शिव पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है। शिवरात्रि के इस पावन दिन पर लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे हुए हैं और पावन गंगा में आस्था का स्नान कर रहे हैं।

हर की पैड़ी से लेकर ॐ घाट तक गंगा के दोनों तरफ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बीती शाम से ही जुटनी शुरू हो गई थी। तीर्थ पुरोहितों ने बीती शाम से ही शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त घोषित किया हुआ था।जिस कारण रात्रि से श्रद्धालुओं का गंगा में स्नान करने का सिलसिला जारी रहा। इससे पूर्व सप्ताह में लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ियों ने हरिद्वार से गंगा जल लिया और अपने अपने स्थानों की तरफ रवाना हुए।

इसे भी पढ़ें: आबादी के बोझ तले दब रहे नैनीताल का बोझ कम करने की जरूरत, ऊपरी पहाड़ियों में नई दरारें, बालियानाला भी खतरे के जोन में 

आज प्रातः से अपने अपने घरों के पास स्थापित शिवालयों में जलाभिषेक किया। हरिद्वार के अलावा काशीपुर, राम नगर, रुद्रपुर खटीमा, जसपुर आदि नगरों में कांवड़ियों की भारी भीड़ देखी गई। शहर हो या गांव कस्बे हर मंदिर में आज शिव भक्तों की भारी भीड़ देखी गई है। नीलकंठ महादेव, टपकेश्वर आदि शिवालयों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही, हर तरफ बम बम भोले, हर हर महादेव के जयघोष सुनाई दे रहे थे।

त्रियुगीनारायण मंदिर में विवाह

देवभूमि उत्तराखंड के पौराणिक त्रियुगीनारायण मंदिर के बारे में सनातन धर्म में कहा जाता है कि यहां त्रेता युग से अखंड ज्योति जल रही है। यही शिव पार्वती का विवाह हुआ था, इसी मान्यता के कारण यहां तीस विवाह, शिवरात्रि के अवसर पर संपन्न हुए हैं।

Share
Leave a Comment