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अब आयरलैंड में फूटा अप्रवासियों के विरुद्ध गुस्सा: 5 साल में बढ़ गए 300% शरणार्थी

डेली मेल में भी जो रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, उसमें नागरिकों के गुस्से को “राइट विंग ठग्स” का काम बताया जा रहा है। इसमें लिखा है कि आयरलैंड में 500 ठग्स ने एक अप्रवासी विरोधी अभियान आरंभ किया और वे शहर के कुछ मुख्य स्थानों पर इकट्ठे हुए

Published by
सोनाली मिश्रा

यूरोप के जिन देशों में अफ्रीका एवं मध्य एशिया के कथित अशांत देशों से शरणार्थी आमंत्रित करने की नीति कुछ वर्ष पहले शुरू की गई थी, वहां के नागरिक अब इन अप्रवासियों के प्रति विरोध जता रहे हैं। अप्रवासी विरोधी भावनाओं का लगातार विस्तार हो रहा है और आम लोग सरकार की उस नीति पर प्रश्न उठा रहे हैं कि आखिर वहां के नागरिकों के मूल्य पर ऐसे एप्रवासियों को महत्व क्यों दिया जा रहा है, जो उस देश के नागरिकों की संस्कृति का आदर नहीं करते हैं।

डेली मेल के अनुसार अब आयरलैंड में अप्रवासी लोगों के प्रति गुस्सा बढ़ रहा है। ऐसा नहीं है कि यह गुस्सा अभी बढ़ा है। सोशल मीडिया पर यदि दृष्टि डालते हैं तो पाते हैं कि अप्रवासियों के चलते जो हिंसा बढ़ रही है, उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर हैं। मगर जैसा कि हर बार होता है कि जो भी अपने देश के प्रति आवाज उठाता है, उसे राइट विंग वाला बताकर तथ्यों को गलत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया जाता है।

डेली मेल में भी जो रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, उसमें नागरिकों के गुस्से को “राइट विंग ठग्स” का काम बताया जा रहा है। इसमें लिखा है कि आयरलैंड में 500 ठग्स ने एक अप्रवासी विरोधी अभियान आरंभ किया और वे शहर के कुछ मुख्य स्थानों पर इकट्ठे हुए। उनके हाथों में कुछ झंडे थे और वे यही कह रहे थे कि “Irish Lives Matter”।
आप्रवासियों का विरोध करने वालों को दंगाई कहा गया और इसमें लिखा है कि कुछ दंगाइयों ने हॉलिडे इन एक्सप्रेस के ग्राउंड फ्लोर पर आग लगा दी, क्योंकि अफवाह थी कि वहां प्रवासी रह रहे हैं। अन्य लोगों ने कथित तौर पर पास के शरणार्थी केंद्र पर पेट्रोल बम फेंका, जिसके जवाब में अग्निशमन दल पर ‘प्रोजेक्टाइल फेंके गए’ और लोहे की छड़ों से पीटा गया।
स्थानीय लोगों का यह मानना है इन अप्रवासियों के कारण चाकू से हमलों और ड्रग्स की घटनाएं बढ़ी हैं। डबलिन में इन दिनों अप्रवासियों के विरुद्ध अभियान चल रहा है और यह हिंसक हो चला है। मगर सोशल मीडिया पर एक-दो वर्ष पहले के वे भी वीडियो हैं, जिनमें कई स्थानीय निवासी सरकार का इस बात को लेकर विरोध कर रहे हैं कि आखिर उनके छोटे गांवों में इतने अधिक लोगों को लाकर क्यों बसाया जा रहा है।

वहीं आयरलैंड से एक और चौंकाने वाला समाचार मिशेल ने साझा किया है। वे लगातार आयरलैंड में हो रही ऐसी घटनाओं पर लिखते रहते हैं। उन्होंने 22 फरवरी को एक्स पर लिखा था। जिसमें उन्होंने आयरलैंड में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के विषय में लिखा था। मिशेल ने लिखा कि आयरलैंड में वृहद पैमाने पर हो रहे प्रवासन ने क्या-क्या किया है? आयरलैंड में आप्रवासन के कारण ISIS प्रेरित हत्याएं, – स्कूल के बाहर बच्चों को चाकू मारने, दिन दहाड़े महिलाओं की हत्या, – बलात्कार की दर यूरोपीय औसत से 3 गुना अधिक होने, सामूहिक चाकूबाजी, पुरुषों का सिर कलम किये जाने, यूरोपीय संघ की मानव तस्करी की राजधानी के रूप में बदल जाना, नाइजीरियाई ब्लैक एक्स गिरोह, नर्सिंग होम में वृद्ध महिलाओं के साथ बलात्कार, प्रीस्टस को चाकू मारने, चर्चों और कब्रों में तोड़फोड़ करने और मुस्लिम ग्रूमिंग गिरोह के जैसी घटनाएं हो रही हैं।

इसके साथ ही अप्रवासी अपराधियों के नामों को भी मीडिया में बताने से मना किया जा रहा है, जिससे उनके प्रति लोगों के मन में नकारात्मक भाव न आए। अभी 20 फरवरी को ही एक अप्रवासी को छह वर्ष की कैद इसलिए हुई थी कि उसने डबलिन में सैंट मिशन’स चर्च में ममी में रखे गए शरीरों को जला दिया था। उनमें से एक ममी को “द क्रूसेडर” के नाम से जाना जाता था, जिसने ऐतिहासिक क्रूसेडस में भाग लिया था।

वर्ष 2022 में आयरलैंड में एक मुस्लिम अप्रवासी ने दो होमोसेक्शुअल लोगों की हत्या कर दी थी और उसकी योजना ऐसे और लोगों को भी मारने की थी। लोग इस बात को लेकर भी कई वर्षों से सोशल मीडिया पर प्रश्न उठा रहे हैं कि आखिर मध्य एशिया और अफ्रीका से केवल युवा और अधेड़ आदमी ही क्यों आ रहे हैं। वे दिन भर ड्रग्स और शराब पीते हैं और पूरे आयरलैंड में शहर और गावों के बाहर टेंट में रहते हैं, और राज्य से फायदा ले रहे हैं। 9 फरवरी को ही एक आप्रवासी ने चार लोगों को चाकू मारा था।

वहीं आयरलैंड में अप्रवासियों के कारण वहां का होटल सेक्टर भी घाटे में जा रहा है। पर्यटन धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। बिजनेस पोस्ट ने सोमवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की कि आइरिश होटल फेडरेशन ने कहा कि तत्काल ही कदम उठाने की आवश्यकता है। इस पर एक यूजर ने टिप्पणी की –

“आयरलैंड में पर्यटन लगभग खत्म हो चुका है। पर्यटक होटल के कमरे के लिए हमारी सरकार से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते। काम से कतराने वाले प्रवासियों के कारण देश बर्बाद हो गया है, जिन्हें हमारे देश या हमारे लोगों के प्रति कोई सम्मान नहीं है।”

एक यूजर ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें एक अप्रवासी को महिलाओं की कब्र विकृत करते और उसे फिर टिकटॉक पर पोस्ट करते हुए दिखाया गया है।
ऐसे तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर हैं और जब इन अपराधों के विरोध में आम लोग सड़कों पर हैं और यह मांग कर रहे हैं कि इन अप्रवासियों को वापस भेजा जाए, तो उन्हीं लोगों को “राइट विंग ठग” बोला जा रहा है।

 

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