भारत विरोधी दो कट्टर दुश्मनों को निकट ला रही खतरनाक मजहबी उन्मादी सोच! आपस में शुरू हुआ कारोबार
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

भारत विरोधी दो कट्टर दुश्मनों को निकट ला रही खतरनाक मजहबी उन्मादी सोच! आपस में शुरू हुआ कारोबार

हसीना के तख्तापलट में खास भूमिका निभाने वाली उनकी कट्टर विरोधी रही बांग्लादेश की जमात-ए-इस्लामी पार्टी फिर से मजबूत हुई है। यह जमात इस्लाम के नाम पर खुद को पाकिस्तान के अधिक नजदीक देखती है

by Alok Goswami
Feb 24, 2025, 12:17 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
बांग्लादेश के 'मुख्य सलाहकार' मोहम्मद यूनुस और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (फाइल चित्र)

बांग्लादेश के 'मुख्य सलाहकार' मोहम्मद यूनुस और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश ने ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान के माध्यम से 50,000 टन चावल खरीदने पर सहमति जताई थी। इसी माह के आरंभ में इस समझौते को अंतिम रूप दिया गया। इसके तहत, पहले चरण में पाकिस्तानी कार्गो शिप 25,000 टन चावल लेकर बांग्लादेश के लिए रवाना हो चुका है। 25,000 टन की दूसरी खेप अगले माह के शुरू में भेजी जाएगी।


भारत के परंपरागत रूप से मजहब के आधार पर दुश्मनी की हद तक विरोधी रहे पाकिस्तान को अब पूरब में उसके जैसा ही उन्मादी ‘दोस्त’ मिला है। उसका यह ‘दोस्त’ कभी उसी का हिस्सा हुआ करता था लेकिन पाकिस्तान के बर्बरतापूर्ण व्यवहार से आहतत होकर उससे कटकर स्वतंत्र देश बना था। और पिछले 53 वर्ष से दोनों के बीच न वैसे कूटनीतिक संबंध रहे, न आपस में मिलना रहा।

लेकिन 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में तख्तापलट करने के बाद, जिस प्रकार से मजहबी उन्मादियों की तूती बोल रही है उसमें उस देश को पाकिस्तान अपने पाले में करने की ओर तेजी से बढ़ा है। उसी का नतीजा है कि अब बांग्लादेश और कभी उसके कट्अर शत्रु रहे जिन्ना के देश के बीच 1971 के बाद पहली बार सीधा व्यापार शुरू हुआ है। इस व्यापारिक संबंध के तहत, पहली बार पाकिस्तान का एक पोत कई चीजें लेकर बांग्लादेश के लिए रवाना हो चुका है।

पिछले साल तक स्थितियां बहुत भिन्न थीं। बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को कथित ‘विदेशी मदद’ से कुर्सी से हटाकर यूनुस के नेतृत्व में कट्टरपंथियों की सरकार काम कर रही है। इसलिए कट्टर मजहबी सोच वाले जिन्ना के देश और उसके बीच कम से कम एक मुद्दे पर तो निकटता बननी ही थी, और वह मुद्दा है भारत के प्रति दोनों में जिहादी सोच। इस धरातल पर, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में नरमाई आती गई। अब हाल यह है कि मोहम्मद युनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाते हुए कई ‘क्षेत्रों’ में ‘निकट सहयोग’ की कसमें खाई हैं।

बांग्लादेश ने ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान के माध्यम से 50,000 टन चावल खरीदने पर सहमति जताई थी। इसी माह के आरंभ में इस समझौते को ढाका में अंतिम रूप दिया गया

इस नजदीकी के पहले सबूत के तौर पर इस्लामाबाद भी सकारात्मक रुख दिखाते हुए बांग्लादेश के लिए रसद भेज रहा है। बांग्लादेश ने ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान के माध्यम से 50,000 टन चावल खरीदने पर सहमति जताई थी। इसी माह के आरंभ में इस समझौते को अंतिम रूप दिया गया। इसके तहत, पहले चरण में पाकिस्तानी कार्गो शिप 25,000 टन चावल लेकर बांग्लादेश के लिए रवाना हो चुका है। 25,000 टन की दूसरी खेप अगले माह के शुरू में भेजी जाएगी।

इस कारोबारी सहयोग को बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच दशकों से निष्क्रिय पड़े व्यापार चैनलों को फिर से खोलने की दिशा में एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है। इस व्यापार समझौते से दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मजबूत होने और ‘डायरेक्ट शिपिंग रूट’ बनने को लेकर जोश दिखाया जा रहा है।

हसीना के तख्तापलट में खास भूमिका निभाने वाली उनकी कट्टर विरोधी रही बांग्लादेश की जमात-ए-इस्लामी पार्टी फिर से मजबूत हुई है। यह जमात इस्लाम के नाम पर खुद को पाकिस्तान के अधिक नजदीक देखती है इसलिए उसके साथ अच्छे संबंधों की हिमायती रही है। इसमें संदेह नहीं कि मोहम्मद यूनुस भी इन इस्लामिक कट्टरपंथी ताकतों की कठपुतली की तरह हरकतें करते हुए उनके प्रभाव में हैं। यह एक बड़ी वजह है जिसके कारण पहली बार बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक स्तर पर कारोबारी नाता बना है।

भारत विभाजन के बाद बने पाकिस्तान का ही एक हिस्सा ‘पूर्वी पाकिस्तान’ कहलाता था। यह 1971 में स्वतंत्र होकर बांग्लादेश बना। इसे स्वतंत्र कराने में भारत का महत्वपूर्ण सहयोग रहा, राजनीतिक और रणनीतिक, दोनों मोर्चों पर। मुस्लिम बहुल बांग्लादेश का गठन बांग्ला भाषा और बांग्ला अस्मिता के नाम पर हुआ था। लेकिन पिछले साल 5 अगस्त को शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद, वहां इस्लामिक कट्टरपंथी ताकतें तालिबान की तरह देश को पाषाण युग में लौटा ले जाने की राह पर चल रही हैं।

1971 में नया देश बने बांग्लादेश का जिन्ना के देश से कोई कारोबारी संबंध नहीं रहा था। लेकिन इतने वर्ष बाद, पहली बार दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौता हुआ है। इसी नए व्यापारिक संबंध के तहत, पहली बार पाकिस्तान के चावल पोर्ट कासिम से बांग्लादेश के लिए रवाना हुआ।

इस नए ‘संबंध’ को लेकर विशेषज्ञ आशंकित हैं। उन्हें लग रहा है कि पाकिस्तान सहयोग की आड़ में बांग्लादेश के कट्टर मजहबी तत्वों को शह देगा। उनमें भारत विरोध का जहर और तीखा करेगा। बहुत संभव है, पाकिस्तान की इस रणनीति का सबक उसे कम्युनिस्ट चीन से मिला हो, क्योंकि चीन भी दुनिया के इस हिस्से में भारत की बढ़ती ताकत को पचा नहीं पा रहा है। संभव है, उसकी योजना भारत को बांग्लादेश की ओर से भी घेरने की हो। इस दिशा में भारत के रणनीतिकारों और सुरक्षा विशेषज्ञों को विशेष नजर रखनी होगी। देखना होगा कि कहीं चीन का पिट्ठू जिन्ना का देश बांग्लादेश को अपने शैतानी मंसूबों का भी साझेदार न बना ले।

 

Topics: islamabadbangladeshIndiaबांग्लादेशChinaislamiइस्लामिकRicetrade deal#muslimपाकिस्तानPakistan
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, भारत ने किया बेअसर : रक्षा मंत्रालय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: भारतीय प्लेन गिराने के दावे की सच्चाई पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुद ही बता दी

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

पाञ्चजन्य ब्रेकिंग न्यूज

Breaking News : पाकिस्तान के लाहौर समेत कई शहरों में बम धमाके, अब कराची भी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

बौखलाए पाकिस्तान ने दागी रियाशी इलाकों में मिसाइलें, भारत ने की नाकाम : जम्मू-पंजाब-गुजरात और राजस्थान में ब्लैकआउट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies