सेवाश्रम मनेरी में डॉ नित्यानंद की 99वीं जयंती पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया साथ ही डॉ नियानंद स्मृति मंदिर का विधिवत शिलान्यास भी किया गया।उत्तरांचल दैवी आपदा पीड़ित सहायता समिति के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ शैलेंद्र ने भूमि पूजन के साथ किया।
संघ शाखा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यवक्ता अपने संबोधन में प्रांत प्रचारक डॉ शैलेन्द्र जी ने डॉ नियानंद जी के जीवन से मरण तक की यात्रा को साझा किया। उन्होंने कहा कि देश के ख्यातिलब्ध भूगोलवेत्ताओं में डॉ. नित्यानंद का नाम आदर एवं सम्मान के साथ लिया जाता है। शैक्षणिक क्षेत्र में उनका योगदान हिमालय जैसा विराट था। उच्चकोटि के संपूर्ण शैक्षणिक रिकार्ड के साथ-साथ डॉक्टर साहब का पूरा जीवन हिमालय के संरक्षण और संवर्द्धन को समर्पित रहा। यही नहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच तल्ख रिश्ते और कश्मीर समस्या जैसे राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर डॉ नित्यानंद का चिंतन उनकी विद्वता को रेखांकित करता है। उन्होंने बताया कि 9 फरवरी 1926 को आगरा के एक साधारण परिवार में जन्मे नित्यानंद ने वर्ष 1955 में सेंट जॉन्स कॉलेज आगरा से एमएम (भूगोल) की परीक्षा उत्तीर्ण की। शानदार शैक्षणिक रिकार्ड के चलते एक साल बाद ही उनकी नियुक्ति जनता वैदिक पीजी कॉलेज बड़ौत (बागपत-उत्तर प्रदेश) में प्रवक्ता के पद पर हुई। वर्ष 1965 में वह देहरादून आ गए और यहां डीबीएस कॉलेज के भूगोल विभाग में बतौर विभागाध्यक्ष अध्यापन किया।
भूगोल विषय में गहरी रुचि, कुशाग्र बुद्धि व प्रभावी अध्यापन के साथ समय पालन और अनुशासन उनकी प्राथमिकता में रहते थे। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद वर्ष 1991 में डॉ. नित्यानंद को उत्तरकाशी में आए विनाशकारी भूकंप ने झकझोर कर रख दिया। इस क्षेत्र के लोगों की सहायता व उत्थान के लिए उन्होंने के मनेरी गांव में सेवा आश्रम स्थापित किया। यहां रहकर जीवन के अंतिम पड़ाव तक उन्होंने लोगों की सेवा की। नित्यानंद की अंतिम इच्छा थी कि उनकी पुस्तक ‘होली हिमालय’ को जन-जन तक पहुंचाया जाए, ताकि आमजन हिमालय को और करीब से जान सकें। 90 साल की उम्र में 9 जनवरी 2016 को देहरादून स्थित आरएसएस कार्यालय में उन्होंने अंतिम सांस ली। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड जल विद्युत निगम सिविल भागीरथी वैली मनेरी के उप महा प्रबंधक के प्रतिनिधि महावीर सिंह नाथ ने समिति को हर संभव सहयोग करने की बात की जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी अक्षयानन्द महाराज जी ने की इस मौके आश्रम से जुड़े पुरातन छात्रों को समिति द्वारा आमंत्रित किया गया था। इस मौके पर शिलान्यास समिति के अध्यक्ष मदन सिंह , महामंत्री राकेश बडोनी, जी विभाग संघ चालक गुलाब सिंह नेगी जी विभाग प्रचारक पारस , गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान , अरविंद ,जिला प्रचारक गौतम, जिला संघ चालक हिमांशु जोशी ,जिला कार्यवाह कमलेश्वर प्रसाद रतूड़ी, बीजेपी जिला महामंत्री नागेंद्र चौहान, ग्राम प्रधान और प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत चतर सिंह , राम प्रकाश पैन्यूली, रमेश राणा , अनिल भारद्वाज, रमेश नौटियाल गजेन्द्र प्रसाद भट्ट, अनिल भारद्वाज, श्रीमती सुधा गुप्ता,अवतार नेगी ,जितेंद्र राणा, देवीदत नौटियाल, विजयपाल सजवान, सूरत राम नौटियाल, राजेश थपलियाल , हरीश डंगवाल डॉ भगवान प्रसाद , मोहन तलवाड़ , समदर्शी उनियाल प्रवेंद्र राणा सत्यदेव गुप्ता ,चतर सिंह बिष्ट अनूप भंडारी जिला प्रचार प्रमुख ज्ञानचन्द् रमोला आदि मौजूद रहे।
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