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‘सबका साथ-सबका विकास’ उनकी सोच से परे’ : राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने किया कांग्रेस पर जोरदार हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने OBC आयोग, नारीशक्ति अधिनियम, इमरजेंसी, और संविधान के मुद्दों पर अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।

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SHIVAM DIXIT

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष, विशेष रूप से कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण भविष्य का मार्गदर्शन करता है और इसमें भारत की उपलब्धियों, वैश्विक अपेक्षाओं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा पर विस्तृत चर्चा की गई है।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘सबका साथ-सबका विकास’ के सिद्धांत को कभी नहीं अपना सकती, क्योंकि उसकी राजनीति केवल एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है।

उन्होंने कहा कि- कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का घालमेल था। जब इतना बड़ा दल एक परिवार को समर्पित हो गया हो, तो उसके लिए ‘सबका साथ-सबका विकास’ संभव ही नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकास के लिए योजनाओं का 100% लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे, इसके लिए हमारी सरकार ने ‘सैचुरेशन अप्रोच’ अपनाया है। उन्होंने एससी-एसटी समुदायों के उत्थान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और बताया कि उनकी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट को मजबूत बनाया।

ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस को घेरा

प्रधानमंत्री ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का श्रेय अपनी सरकार को दिया और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दशकों तक ओबीसी सांसद इस मांग को उठाते रहे, लेकिन कांग्रेस ने इसे हमेशा ठुकराया। तीन दशक तक OBC सांसद मांग करते रहे कि OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा मिले, लेकिन कांग्रेस ने इसे ठुकरा दिया, क्योंकि शायद तब यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं था।

उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए 10% आरक्षण लागू किया, बिना किसी विवाद और अन्य समुदायों के अधिकार छीने बिना।

‘नारीशक्ति अधिनियम’ को बताया ऐतिहासिक फैसला

प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने नए संसद भवन में पहला ऐतिहासिक निर्णय ‘नारीशक्ति अधिनियम’ पारित कर लिया, जिससे महिलाओं को राजनीति में अधिक भागीदारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह कदम देश की प्रगति को और गति देगा।

बाबा साहेब अंबेडकर से कांग्रेस को नफरत थी

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर से कांग्रेस को नफरत थी, उनके खिलाफ चुनाव में षड्यंत्र किए गए और उन्हें भारत रत्न तक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा –

“बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों से कांग्रेस चिढ़ती थी, इसलिए दो बार उनके खिलाफ चुनाव में षड्यंत्र किए गए।” आज कांग्रेस को मजबूरन ‘जय भीम’ कहना पड़ रहा है, क्योंकि देश की जनता ने अंबेडकर को सम्मान दिया।

इमरजेंसी में कांग्रेस ने देश को जेलखाना बना दिया था

प्रधानमंत्री मोदी ने इमरजेंसी के दौर को याद करते हुए कहा कि उस समय देश के कई नेताओं को हथकड़ियां पहनाई गईं और नागरिकों की स्वतंत्रता छीनी गई।

उन्होंने बताया कि-

सुप्रसिद्ध अभिनेता देव आनंद ने इमरजेंसी का समर्थन करने से मना किया, तो उनकी फिल्मों को दूरदर्शन पर प्रतिबंधित कर दिया गया। गायक किशोर कुमार ने कांग्रेस के लिए गाने से इंकार किया, तो उनके गानों को आकाशवाणी से हटा दिया गया। संविधान को कुचलना, लोकतंत्र को दबाना, सत्ता सुख के लिए देश को जेलखाना बना देना, ये कांग्रेस की संस्कृति रही है।

भारत के गरीबों ने गरीबी को परास्त किया

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों के सामर्थ्य पर सरकार को पूरा भरोसा है और यदि उन्हें अवसर मिले तो वे हर चुनौती को पार कर सकते हैं।

कांग्रेस के कुप्रबंधन से देश को आर्थिक नुकसान

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश की आर्थिक क्षमता को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि आज भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है।

उन्होंने बताया कि- कांग्रेस के लाइसेंस राज और कुनीतियों से बाहर निकलकर भारत ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दे रहा है। आज दुनिया भारत की आर्थिक क्षमता को पहचान रही है, जबकि कांग्रेस के पंजे से मुक्त होकर देश अब चैन की सांस ले रहा है और ऊंची उड़ान भर रहा है। 

विकसित भारत की राह में कांग्रेस का रोड़ा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की प्रगति को रोकने के लिए कांग्रेस हमेशा नकारात्मक राजनीति करती आई है।

उन्होंने कहा कि-

कांग्रेस की राजनीति का मूल मंत्र दूसरे की लकीर छोटी करना है, न कि अपनी लकीर लंबी करना। हमारा लक्ष्य देश को विकसित बनाना है, लेकिन घोर विरोधवाद और निराशावाद इस यात्रा में रुकावट बन सकते हैं। हमें इससे मुक्त होकर आत्ममंथन करना होगा।

इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार का ध्यान

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का विकास मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर से ही संभव है। उन्होंने कांग्रेस पर प्रोजेक्ट्स को अधर में लटकाने का आरोप लगाते हुए बताया कि 1994 में स्वीकृत उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन को उनकी सरकार 2025 में पूरा कर रही है।

हमारे काम की तुलना कांग्रेस से न करें

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि देश के लोग कांग्रेस से ‘सबका साथ-सबका विकास’ की उम्मीद न करें, क्योंकि यह उनकी सोच से बाहर है। उन्होंने कहा कि जब कोई दल सिर्फ एक परिवार के लिए समर्पित हो जाए, तो उसमें विकास की नीति के लिए जगह नहीं बचती।

संविधान का सम्मान करने की सीख दी

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर संविधान की भावना को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज जो पार्टी संविधान की दुहाई दे रही है, वही पार्टी आजादी के बाद सबसे पहले संविधान में बदलाव कर प्रेस की आज़ादी पर अंकुश लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया गया और विरोधियों की आवाज दबाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया गया।

भारत की नई उड़ान में सबकी भागीदारी जरूरी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि जब भारत प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है, तो सभी राजनीतिक दलों को नकारात्मक सोच से बाहर निकलकर राष्ट्रहित में काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि –

सरकारों में मतभेद होना लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन विरोधवाद और निराशावाद की राजनीति भारत के विकास में बाधा बन सकती है। “विकसित भारत की यात्रा में हमें आत्ममंथन करना होगा, सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा और जन-जन को साथ लेकर आगे बढ़ना होगा।”

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस का जवाब देते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला था।

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