पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन खलीफा से जुड़े एक व्यक्ति को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे गिरफ्तार किया गया है। उसका नाम मोहम्मद जकरिया बताया जा रहा है। वह तेलंगाना के वारंगल में रॉयल बावर्ची बिरयानी और कुलसुम कंगन हॉल चलाता था। जकरिया भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल कर श्रीलंका के रास्ते पाकिस्तान जाने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही उसे गिरफ्तार कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जकरिया आतंकी संगठन खलीफा का प्रमुख था और 25 साल पहले पाकिस्तान से भारत आया था। वह यहां अवैध रूप से रह रहा था। शुरुआत में आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रहने के बाद वह अपने परिवार के साथ वारंगल में बस गया। उसकी दो पत्नियां हैं, दोनों ही गर्भवती हैं और कुल आठ बच्चे हैं।
बताया जा रहा है कि जकरिया ने भारत में 10 से 12 लोगों को खलीफा का सदस्य बनाया और वारंगल, हनमकोंडा में तीन से चार बिरयानी की दुकानों सहित कई व्यवसाय चलाए। इसके अलावा उसके पास 16 ऑटो-ट्रॉली वाहन थे, जिनका इस्तेमाल स्थानीय कॉलोनियों में मिठाइयां और आइसक्रीम बेचने के लिए किया जाता था। खलीफा संगठन एक नए अध्यक्ष का चुनाव कर रहा था, जिसके कारण जकरिया को पाकिस्तान जाना था, लेकिन जब पुलिस ने उसे चेन्नई हवाई अड्डे पर रोका तो उसके पास से जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान से जुड़े कई साहित्य मिले। इसके बाद उसे वहीं पर गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी जकरिया की भूमिका, खलीफा संगठन से उसके संबंधों और संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों की जांच में जुट गए हैं।
बता दें कि इससे पहले 28 जनवरी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आईएसआईएस आतंकवादी संगठन के लिए भर्ती करने के आरोप में मुख्य आरोपी अल्फाजिथ को चेन्नई से गिरफ्तार किया था। उस पर आतंकी संगठन के लिए लोगों की भर्ती करने के साथ आईएसआईएस का प्रचार करने का भी आरोप था। एनआईए को तमिलनाडु के विभिन्न जिलों से प्रतिबंधित संगठनों में लोगों की भर्ती किए जाने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पिछले कुछ हफ्तों से चेन्नई और मयिलादुथुराई में छापेमारी की जा रही थी। मंगलवार सुबह 3 बजे से एनआईए ने चेन्नई और मयिलादुथुराई के 15 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की, जिसके बाद पुरसाईवक्कम इलाके की एक बहुमंजिला इमारत से अल्फाजिथ को गिरफ्तार किया गया।
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