ईरान में इस्लामिक कट्टरपंथ अपनी चरम है। हालात ये है कि वहां नृत्य करने पर भी इस्लामिक सरकार कार्रवाइयां कर रही है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि ईरान-ईराक युद्ध में मारे गए लोगों के सम्मान में तेहरान में बनाए गए के एक स्मारक पर नाचते हुए खुद को रिकॉर्ड करने के बाद दो लड़कियों को पुलिस गिरफ्तार कर लिया।
ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें जींस पहने दो लड़कियों को तेहरान में अज्ञात शहीदों के स्मारक के पास कथित तौर पर नाचते हुए दिखाया गया है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि उनके पहनावे की अनुचित रूप की आलोचना की है और तब से दोनों लड़कियों के इंस्टाग्राम अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है।
दरअसल, वर्ष 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से ईरान में नृत्य को आधिकारिक रूप से बैन कर दिया गया था। वहां के इस्लामी मौलवी इसे पापपूर्ण कार्य और कामुकता का कार्य मानते हैं। यही कारण है कि ईरान की इस्लामी कट्टरपंथी सरकार वहां पर लोगों की अभिव्यक्ति पर निगरानी रखी जाती है। उल्लेखनीय है कि ईरान में 2022 में हिजाब का विरोध करने वाली महसा अमिनी की मौत के बाद वहां महिलाओं ने राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शनों में केंद्रीय भूमिका निभाई थी।
लड़कियों को इस्लामिक गणराज्य के सर्वोच्च नेताओं को चित्रित करने वाली पाठ्यपुस्तकों को फाड़ते हुए दिखाया गया था। इसी तरह से पिछले सितंबर में ईरानी अधिकारियों ने टीवी ड्रामा सीरीज दारियश के एक दृश्य में कथित तौर पर नृत्य करने के लिए अभिनेत्री सहर दौलतशाही के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की थी। कड़े नियमों के बाद भी कई ईरानी जातीय नृत्य जैसी सांस्कृतिक परंपराओं का पालन कर रहे हैं।
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