America: नई अमेरिकी संसद में होंगे चार हिन्दू सांसद, Trump की नीतियों पर कितना डालेंगे असर?
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

America: नई अमेरिकी संसद में होंगे चार हिन्दू सांसद, Trump की नीतियों पर कितना डालेंगे असर?

भारत और हिन्दू समुदाय से जुड़े विषयों पर ये चारों सांसद भारतवंशी समुदाय की एकजुटता के बल पर अपनी प्रभावी भूमिका निभाएंगे

by Alok Goswami
Jan 20, 2025, 03:16 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
डोनाल्ड ट्रंप के साथ कल्पेश मेहता

डोनाल्ड ट्रंप के साथ कल्पेश मेहता

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अमेरिकी हिन्दू समुदाय के हर मुद्दे पर एकजुट होकर आवाज उठाने का ही प्रतिफल है कि आज नवगठित संसद में ही नहीं, राजनीति से जुड़े अन्य क्षेत्रों में भी हिन्दुओं का दबदबा कायम हो रहा है। सांसद थानेदार तो मानते हैं कि यह स्थिति हिन्दू भारतवंशियों के प्रयासों से ही आई है। थानेदार कहते हैं कि अमेरिका की नई संसद में चार हिंदू सांसद होना कोई छोटी बात नहीं है। अमेरिका की राजनीति में अब हिन्दुओं की भूमिका बढ़ने के साथ उनकी आवाज भी बलशाली होगी।


नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के नाते शपथ लेने में कुछ ही घंटे शेष हैं। व्हाइट हाउस के सामने जोश में झंडे लहराते अमेरिकी एक बड़े बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। दुनियाभर से शीर्ष नेता, अभिनेता, उद्योगपति और सामाजिक विभूतियां अमेरिका पहुंच चुके हैं। ट्रंप ने भी शपथपूर्व अपने भाषण में बड़े बदलावों की ओर संकेत किया है। केन्द्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव के नेतृत्व में भारत से भी एक दल गया है। दिलचस्प बात यह भी है कि नई गठित हो रही संसद में चार हिन्दू सांसदों की उपस्थिति रोचक परिदृश्य प्रस्तुत कर रही है।

नई संसद के बारे में जानकारी देते हुए मुखर भारतवंशी सांसद थानेदार का कहना है कि नवगठित संसद में चार हिन्दू सांसदों को होना दिखाता है कि अब हिन्दुओं की आवाज और प्रभावी रूप से सुनी जाएगी। वैसे, सब जानते ही हैं कि अमेरिका में आईटी, उच्च तकनीकी, कारोबार, शिक्षा आदि क्षेत्रों में हिन्दू समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राजनीतिक क्षेत्र ही ऐसा बचा था जहां हिंदुओं की उपस्थिति उस अनुपात में नहीं थी। लेकिन आज हिंदू समुदाय की एकजुटता अपना प्रभाव दिखाने लगी है और इस तथ्य को अमेरिकी सत्ताधीश स्वीकार भी कर रहे हैं।

थानेदार, सुहाश सुब्रमण्यम, राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना

अमेरिकी हिन्दू समुदाय के हर मुद्दे पर एकजुट होकर आवाज उठाने का ही प्रतिफल है कि आज नवगठित संसद में ही नहीं, राजनीति से जुड़े अन्य क्षेत्रों में भी हिन्दुओं का दबदबा कायम हो रहा है। सांसद थानेदार तो मानते हैं कि यह स्थिति हिन्दू भारतवंशियों के प्रयासों से ही आई है। थानेदार कहते हैं कि अमेरिका की नई संसद में चार हिंदू सांसद होना कोई छोटी बात नहीं है। अमेरिका की राजनीति में अब हिन्दुओं की भूमिका बढ़ने के साथ उनकी आवाज भी बलशाली होगी।

वाशिंग्टन में कल राष्ट्रपति की शपथ की पूर्वसंध्या पर हिंदू समागम कार्यक्रम हुआ। इसमें थानेदार का उत्साह देखते ही बनता था। हिन्दू एकजुटता में थानेदार सहित राजनीतिक—सामाजिक क्षेत्रों में सक्रिय हिन्दुओं की बड़ी भूमिका रही है। अमेरिका में हिंदुओं ने एकजुट होकर जो मांग उठाई है उसे सुनने के लिए अमेरिकी सत्ता को बाध्य होना पड़ा है। दीपावली के दिन छुट्टी और संसद में इसके आयोजन के उदाहरण देखे जा सकते हैं। थानेदार मानते हैं कि अब हिन्दू संसद के लिए चुने जा रहे हैं, अनेक हिन्दू मुख्यधारा राजनीति में बढ़—चढ़कर भाग ले रहे हैं।

इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय अमेरिकी हिंदू गठबंधन ने किया था। सांसद थानेदार इस संगठन में भी सक्रिय हैं। उनका मानना है कि अमेरिका की राजनीति और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सभी अल्पसंख्यक समूहों को शामिल होना चाहिए। हिन्दू समुदाय की विविधता तथा एकजुटता अमेरिका को बल देती है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य ही था डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने का उत्सव मनाना। इस कार्यक्रम का आयोजन ही उस देश में हिंदुओं के बढ़ते प्रभाव की ओर इशारा करता है। इस संगठन ने चुनाव में ट्रंप के पक्ष में प्रचार किया था। हिन्दुओं के साथ लातीनी अमेरिकी समुदाय भी ट्रंप के शपथ समारोह का जश्न मनाने के लिए आगे आया है।

जोश में झंडे लहराते अमेरिकी एक बड़े बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं

लेकिन बड़ा सवाल है कि नई संसद में चार हिंदू सांसदों का होना क्या प्रभाव डालेगा? चार हिंदू सांसदों में से एक हैं डेमोक्रेट सांसद थानेदार और बाकी के ​तीन हैं सुहाश सुब्रमण्यम, राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना। तीनों ही हिन्दू मुद्दों पर मुखर रहे हैं। इसमें संदेह नहीं है कि संसद में जब भी किसी विधेयक को लाया जाएगा तो इन चारों सांसदों की आवाज भी अपना असर दिखाएगी। विशेषकर भारत और हिन्दू समुदाय से जुड़े विषयों पर ये चारों सांसद भारतवंशी समुदाय की एकजुटता के बल पर अपनी प्रभावी भूमिका निभाएंगे।

Topics: oath ceremonydonald trumpparliamentUSAindianswashingtonडोनाल्ड ट्रंपWhite Househindu mpअमेरिकाro khannaराष्ट्रपतिthanedaramerica
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

एलन मस्क ने ‘अमेरिकन पार्टी’ की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब एक “यूनिपार्टी” बन चुका है जहां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही आम जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं।

इधर ‘बिग ब्यूटीफुल’ पास, उधर ‘अमेरिकन पार्टी’ के साथ मस्क कूदे मैदान में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये मूर्खता है’!

BRICS trump tarrif threat

BRICS-2025: कौन हैं वो 11 देश जिन्हें ट्रंप ने दी 10% एक्स्ट्रा टैरिफ की धमकी

Texas Flood death toll rises

टेक्सास में भीषण बाढ़: 80 की मौत, 28 बच्चे शामिल, 41 लोग लापता

कहूटा रिसर्च लैबोरेटरी में यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियां तेज हो गई हैं

कहूटा में परमाणु ईंधन क्यों जमा कर रहा जिन्ना का देश? क्या आतंकवादी सोच का भारत का पड़ोसी बना रहा परमाणु अस्त्र?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies