उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल हुई हिंसा से जुड़े एक मामले में पुलिस ने एक युवक की तलाश तेज कर दी है, जो कथित तौर पर पाकिस्तानी मौलाना से वीडियो कॉल पर बातचीत करता हुआ देखा गया है। पुलिस ने इस मामले में वायरल वीडियो की जांच शुरू कर दी है। वीडियो में दिख रहा युवक, जिसका नाम मोहम्मद अकील बताया जा रहा है, पाकिस्तानी मौलाना से हिंसा में मारे गए लोगों को शहीद कहे जाने को लेकर चर्चा करता नजर आ रहा है।
वीडियो कॉल में हुई चर्चा का विषय
वायरल वीडियो में अकील नाम का युवक पाकिस्तानी मौलाना से पूछ रहा है कि क्या मस्जिद के लिए मारे गए युवकों को शहीद कहा जा सकता है। युवक ने मौलाना से यह भी कहा कि गैर-मुस्लिम लोग पुराने धार्मिक स्थलों को कब्जाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर मौलाना ने मृतकों को शहीद कहे जाने का समर्थन किया, लेकिन साथ ही यह सलाह दी कि किसी भी तरह का विवाद कानून के दायरे में सुलझाया जाना चाहिए। मौलाना ने कहा कि प्रशासन या न्यायालय की शरण लेना ही उचित है और कानून अपने हाथ में लेना गलत है।
पुलिस की कार्रवाई
संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि अकील की पहचान कर ली गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही उस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की भी जांच की जा रही है, जिसका इस्तेमाल अकील ने पाकिस्तानी मौलाना से संपर्क करने के लिए किया था। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और सभी तथ्य स्थापित होते ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पथराव मामले में 59 लोग जेल भेजे गए
संभल में शाही जामा मस्जिद पर सर्वे के दौरान हुई पत्थरबाजी के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार को पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान मोहसिन (निवासी खग्गू सराय) और हुसैन (निवासी हिंदूपुरा) के रूप में हुई है। इन दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
एसपी ने जानकारी दी कि अब तक 59 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें से 19 लोगों को थाना नखासा क्षेत्र से और 40 को कोतवाली संभल क्षेत्र से पकड़ा गया है। इसके अतिरिक्त नखासा क्षेत्र में अब तक 24 गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किए गए हैं, और जल्द ही 55 और एनबीडब्ल्यू जारी किए जाएंगे।
पुलिस की सख्ती और कार्रवाई जारी
पुलिस प्रशासन का कहना है कि हिंसा में शामिल सभी आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में सोशल मीडिया पर फैलाए गए भ्रामक और भड़काऊ बयानों की भी जांच की जा रही है। एसपी ने जनता से अपील की है कि अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें।
संभल हिंसा के मामले में पुलिस की जांच जारी है, और भड़काऊ गतिविधियों में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने यह भी साफ किया है कि कानून-व्यवस्था के खिलाफ काम करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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