भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा सुरक्षा को लेकर तनाव गहराता जा रहा है। हाल ही में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के शुकदेवपुर गांव में भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बांग्लादेश की बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) के बीच सीमा बाड़बंदी को लेकर विवाद सामने आया। बांग्लादेश ने भारत पर सीमा पर बाड़ लगाने के प्रयास में द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। वहीं भारत ने अपने इस कदम के पिच्व्हे की वजह बताते हुए बांग्लादेश को दो टूक जबाव दिया है।
MEA का स्पष्टीकरण : अपराध रोकने के लिए प्रतिबद्ध
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने अपनी स्थिति साफ की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा, “हमने बांग्लादेश के कार्यवाहक उप उच्चायुक्त को तलब कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। भारत सीमा पर अपराध-मुक्त माहौल सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने कहा कि तस्करी, मानव व्यापार और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सीमा पर बाड़ लगाने, प्रकाश व्यवस्था, तकनीकी उपकरणों की स्थापना और मवेशी बाड़ जैसे उपाय किए जा रहे हैं। यह सभी प्रयास सुरक्षा और पारस्परिक समझौतों के तहत किए जा रहे हैं।
सीमा सुरक्षा के लिए भारत का पक्ष
भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि सीमा पर बाड़बंदी का उद्देश्य सीमा अपराधों को रोकना है। प्रवक्ता जयसवाल ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश इन सुरक्षा उपायों को समझते हुए भारत के साथ सहयोग करेगा। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता तस्करी, मवेशी व्यापार और मानव तस्करी जैसी गतिविधियों को रोकना है। यह सभी कार्य पहले से मौजूद समझौतों और प्रोटोकॉल के तहत किए जा रहे हैं।”
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