बांग्लादेशी घुसपैठ और सीमा पार से होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए भारत सरकार सीमा पर कंटीले तारों की बाड़ लगा रही है। लेकिन बांग्लादेशी बॉर्डर गार्ड ने बीएसएफ के समक्ष इसका विरोध किया, जिसके बाद अब भारत सरकार ने दिल्ली में बांग्लादेशी उप उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को तलब कर लिया है।
इससे पहले बांग्लादेश ने वहां पर भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब कर सीमा पर बाड़ लगाए जाने का विरोध किया था। जिस पर वर्मा ने कहा था कि इस मामले में बीजीबी और बीएसएफ के बीच चर्चाएं चल रही हैं। हालात सामान्य हैं। इसके अलावा फिलहाल के लिए बाड़ लगाने के कार्य को रोका गया है। वर्मा ने बांग्लादेश के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के साथ बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि दोनों देशों को सीमा पार से हो रहे अपराधों और अवैध अप्रवासों से निपटने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।
बांग्लादेश के विदेश सचिव और सलाहकार के साथ मीटिंग के बाद भारतीय उच्चायुक्त ने उम्मीद जताई कि सीमा पर अपराधों से निपटने के लिए इस समझ को लागू किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि बांग्लादेश से लगातार बढ़ते तनाव, अवैध घुसपैठ और ड्रग्स की तस्करी जैसे तमाम अपराधों से निपटने के लिए बीएसएफ सीमा पर कंटीले तारों की बाड़ लगा रही है, ताकि कोई भी घुसपैठिया आसानी से सीमा के अंदर दाखिल न हो सके। लेकिन, पिछले सप्ताह स्थानीय नागरिकों के साथ बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड ने इसका विरोध किया। इसके बाद अस्थायी तौर पर इस काम को रोक दिया गया। दोनों ही देशों के बीच फ्लैग मीटिंग भी हुई।
उल्लेखनीय है कि शेख हसीना वाजेद की सरकार को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद कट्टरपंथी खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी की अगुवाई में बनी अंतरिम सरकार लगातार भारत के साथ संबंधों को खराब करने पर तुली हुई है। खबर तो यहां तक सामने आई है कि बीजीबी गुपचुप तरीके से बांग्लादेश की सीमा के अंदर बंकर बना रही है। इन हालातों को देखते हुए बीएसएफ ने भी अपनी तैयारियां दुरुस्त कर ली हैं।
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