बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हर दिन वहां किसी न किसी मंदिर को निशाना बनाया जा रहा है। इस अपराध के बाद भी मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामिक सरकार में ये खुलेआम घूम रहे हैं। ताजा मामला मौलवीबाजार जिले कहा है, जहां पर मुस्लिम कट्टरपंथी ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया।
एक्स हैंडल हिन्दू वॉयस की रिपोर्ट के अनुसार, ये वारदात रविवार की दोपहर की बताई जा रही है। कट्टरपंथी की इतनी अधिक हिम्मत बढ़ी हुई थी कि दिन में भी वे बेखौफ मंदिर में घुस गया औऱ वहां उसने कुछ मूर्तियों को तोड़ दिया। लेकिन, इससे पहले कि वो और अधिक उत्पात मचा पाता वहां के स्थानीय हिन्दुओं ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
हालांकि, इस घटना पर सोशल मीडिया के जरिए नेटिजन्स अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इसी क्रम में पी जीत नाम के यूजर ने कहा, “उसे पकड़े थे तो पहले अधमरा होने तक पीटना चाहिए था। क्योंकि जिहादी पुलिस तो उसे वैसे भी छोड़ ही देगी।”
वहीं स्वागत पाल नाम के यूजर ने अपनी खूज जाहिर की। यूजर ने सवाल किया कि आखिर उसे पुलिस को क्यों सौंप दिया? क्या इन मूर्खों में इच्छाशक्ति नहीं है, क्या उन्हें तब अपमानित महसूस नहीं हुआ जब मुल्ला तुम्हारे इष्टदेव के साथ बर्बरता की? इसीलिए वे मर रहे हैं।
गौरतलब है कि मुस्लिम कट्टरपंथियों ने नए साल की शुरुआत ही मंदिर में तोड़फोड़ से की थी। इससे पहले एक जनवरी को भी इसी तरह की घटना मौलवीबाजार में हुई थी, जब कट्टरपंथियों ने जिले के बोरोलेखा उपजिला में स्थित श्री श्री गौरंग महाप्रभु सेवा आश्रम मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया और वहां रखे सामानों को लूट लिया था। उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद से हिन्दुओं पर हमले, हिन्दू मंदिरों पर हमले में बाढ़ सी आ गई है। लेकिन, सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है।
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