बांग्लादेश में शेख हसीना वाजेद के सत्ता से बेदखल होने और देश छोड़ने के बाद भी मुश्किलें हैं कि थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बीएनपी की अगुवाई वाली कट्टरपंथी सरकार लगातार शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग के नेताओं को निशाना बना रही है। इसी क्रम में बीएनपी ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICT) में शेख हसीना के खिलाफ दो शिकायतें दर्ज कराई हैं।
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, आवामी लीग के नेताओं और कानून लागू करने वालों के खिलाफ गैरकानूनी हत्याओं और जबरन गायब करने का केस दर्ज कराया गया है। आईसीटी में की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 2008 से पिछले साल 5 अगस्त के बीच क्रॉफायर में इसके 2276 नेता और कार्यकर्ता की मौत हुई है। बीएनपी का दावा है कि इसी समय के दौरान इलियास अली और चौधरी आलम समेत 153 सदस्यों को रहस्यमय हालात में गायब कर दिया गया था।
बताया जाता है कि ये शिकायत बीएनपी के कृषक दल के नेता डेटा संग्रह सेल के समन्वयक मोहम्मद सलाउद्दीन खान ने जबरन गायब करने और हत्याओं पर ये शिकायत की है। इसके साथ ही शिकायती पत्र में बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने भी हस्ताक्षर किए हैं।
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में कथित छात्र भेदभाव विरोधी आंदोलन की अगुवाई में शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा। वहीं उनके पीछे बीएनपी की अगुवाई में बनी अंतरिम सरकार ने एक-एक कर आवामी लीग के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें जेल में डाल दिया। यहीं नहीं वहां की कट्टरपंथी सरकार लगातार हिन्दुओं के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है।
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