ब्रिटेन का एक छोटा सा शहर रॉदरहैम एक ऐसे कांड के कारण चर्चा का केंद्र बन गया है जिसने न केवल ब्रिटेन बल्कि विश्व राजनीति को भी हिलाकर रख दिया है। इस मामले में पाकिस्तानी मूल के पुरुषों के एक गिरोह पर नाबालिग लड़कियों के साथ बड़े पैमाने पर यौन शोषण और दुर्व्यवहार का आरोप है।
ग्रूमिंग गैंग का इतिहास
रॉदरहैम में यह मामला 20 साल पहले शुरू हुआ था। रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 1,400 लड़कियां, जिनमें से अधिकांश नाबालिग थीं, इस गिरोह के शिकार बनीं। 2010 में इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ, जब पाकिस्तानी मूल के पांच लोगों को सजा सुनाई गई।
ग्रूमिंग गैंग्स का काम करने का तरीका बेहद सुनियोजित और खतरनाक था। ये गिरोह पहले नाबालिग लड़कियों का भरोसा जीतते थे, उन्हें नशे का आदी बनाते थे, और फिर उनका यौन शोषण करते थे। इसके बाद इन पीड़ित लड़कियों को तस्करी के लिए मजबूर किया जाता था।
एलन मस्क और ब्रिटिश सांसद की प्रतिक्रिया
हाल ही में, यह मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में तब आया जब ब्रिटिश सांसद रूपर्ट लोवे और अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने इस पर कड़ा रुख अपनाया। सांसद रूपर्ट लोवे ने ब्रिटेन द्वारा पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक सहायता पर सवाल उठाते हुए इसे रोकने की मांग की। उनके अनुसार, 2023-24 के लिए पाकिस्तान को 41.5 मिलियन पाउंड की सहायता दी गई थी, जिसे अगले वर्ष तीन गुना बढ़ाकर 133 मिलियन पाउंड (लगभग 14,12,49,05,900 रुपये) करने की योजना थी। लोव ने यह मांग की है कि पाकिस्तान “निर्वासित पाकिस्तानी बलात्कारियों” को स्वीकार करे और उन्हें जेल में डाले, तभी तक इस सहायता को रोका जाए।
एलन मस्क ने लोव के बयान का समर्थन किया और इसे “बिल्कुल सही” बताया। मस्क ने इससे पहले भी ग्रूमिंग गैंग मामले की आलोचना की है। ग्रूमिंग गैंग्स के मामलों ने ब्रिटेन में राजनीतिक भूचाल मचा दिया है। इस मामले पर कई राजनीतिक हस्तियों पर आरोप लगे कि उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में कोताही बरती। यदि ब्रिटेन ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता रोक दी, तो पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगेगा।
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