ईरान की इस्लामी सरकार कितना ही महिलाओं को शरिया कानून का सहारा लेकर हिजाब में कैद रखने की कोशिश करे, लेकिन उसकी ये सारी कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं। रह-रहकर ही सही में अली खामनेई की मनमानियों के खिलाफ महिलाएं अपनी आवाज उठा रही हैं। ऐसी ही एक और घटना ईरान से प्रकाश में आ रही है, जहां मेहराबाद एयरपोर्ट महिला बिना हिजाब पहने एक मौलवी से भिड़ गई। उसने मौलवी के सिर की पगड़ी उतार ली।
सोशल मीडिया पर इसका ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। ईरान इंटरनेशनल द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की जो कि जींस पहने हुई थी और उसने हिजाब भी नहीं पहन रखा था। किसी बात को लेकर चीखते हुए मौलवी के पास जाती है और उसकी पगड़ी को जबरदस्ती उतार लेती है और कहती है कि लो अब तुम्हें इज्जत मिल गई।
इसके बाद महिला उस पगड़ी को खोलकर उसे अपने सिर पर रख लेती है। फिर वो अपने शौहर को ढूंढती है, उसका नाम लेकर उसे पुकारती है, लेकिन जब उसके पति का कुछ पता नहीं चलता है तो वो मौलवी से चिल्लाकर कहती है, बताओ तुमने मेरे पति के साथ क्या किया। हालांकि, किस बात को लेकर ये बहस हुई थी, ये स्पष्ट नहीं हो सका है।
इस घटना को लेकर इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े एक मीडिया आउटलेट मशरेघ न्यूज ने दावा किया कि ये मामला हिजाब से जुड़ा नहीं था। न्यूज चैनल का कहना है कि महिला मनोवैज्ञानिक समस्याओं से ग्रस्त है। लेकिन, फिर भी कुछ समय के लिए महिला को हिरासत में ले लिया गया था और बाद में शिकायतकर्ता के ही कहने पर उसे रिहा कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि 2022 में महसा अमिनी की मौत के बाद से ईरान में महिलाओं ने अपनी आवाज को उठाना तेज कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर इस्लामी सरकार भी लगातार हिजाब और शरिया के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं को कट्टरपंथी सरकार मानसिक रोगी करार दे रही है। दिसंबर 2023 में ही ईरान एयरपोर्ट पुलिस के प्रमुख मोहलेन अघिली ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि अगर एयरपोर्ट पर महिलाएं हिजाब का उल्लंघन करती हैं तो उन सभी को एयरपोर्ट सेवाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
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