यही तो है सनातन धर्म, जो भी इसे जानने और समझने की कोशिशें करता है, वो इसी का होकर रह जाता है। कभी न कभी वो अपनी जड़ों की ओर वापस लौटता है। छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही हुआ, जहां शक्ति जिले में एक साथ 651 से अधिक लोगों ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि छत्तीसगढ़ में जबरन या फिर बरगलाकर दूसरे मतों में ले जाए गए लोगों को उनकी जड़ों में वापिस लाने के लिए घर वापसी अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत एक कार्यक्रम के दौरान बीते रविवार को 651 लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की। पता चला है कि घर वापसी करने से पहले ये सभी लोग ईसाई मत के अनुयायी थे। ईसाई मिशनरियों ने कई साल पहले इन सभी को अवैध तरीके से लालच देकर ईसाई बना दिया था।
घर वापसी के दौरान छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता प्रबल प्रताप जूदेव ने सभी लोगों के चरण पखारकर उनका सनातन धर्म में स्वागत किया। उन्होंने सभी पर गंगाजल छिड़का। इस मौके पर भाजपा नेता ने प्रदेश के वनवासियों के अवैध धर्मान्तरण पर चिंता जाहिर की। साथ ही कहा कि प्रदेश में ईसाई मिशनरी अवैध तरीके से लोगों को कन्वर्ट कर रहे हैं। नकली हिन्दुओं के कारण सनातन संस्कृति खतरे में है।
भाजपा नेता ने कहा कि ये क्रिप्टो ईसाई खुद को हिन्दू बताकर चालाकी से कन्वर्जन को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे तत्वों का भंडाफोड़ करके उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने ये भी कहा कि घर वापसी अभियानों में युवाओं को भी शामिल होने की आवश्यकता है, तभी जाकर हिन्दू समाज धर्मान्तरण जैसी घटनाओं से प्रभावी ढंग से निपट सकेगा। धर्मान्तरण के खिलाफ सख्त कानून लाने की मांग को लेकर हिन्दू संगठन लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि कन्वर्ट हुए लोगों से ज्यादातर अभी भी कागजों में हिन्दू ही बने हुए हैं। ताकि वे आरक्षण का लाभ उठा सकें।
टिप्पणियाँ