महाराष्ट्र के मालेगांव में रोहिंग्या मुस्लिमों और बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने के मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मालेगांव के कमिश्नर और तहसीलदार ने रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जानें की बात को स्वीकार कर लिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए किरीट सोमैया ने कहा कि मालेगाव के कमिश्नर ने इस बात के एडमिट किया कि उनके कुछ अधीनस्थों ने 1000 रोहिंग्याओं को भारतीय जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। यह एक धोखाधड़ी है। मुझे उनके जन्म प्रमाणपत्र की कॉपी दी गई है। 2023 में इंडियन डेथ एंड बर्थ सर्टिफिकेट एक्ट में एक प्रावधान किया गया था, जिसके तहत तहसीलदार जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश दे सकता है। ये अमेंडमेंट आने के एक साल के अंदर ही 1000 रोहिंग्या मुस्लिमों को जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए।
किरीट सोमैया ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की और इस बाबत उन्हें पत्र भी लिखा है। साथ ही सीएम ने इस मामले की जांच के लिए विचार करने पर अपनी सहमति जाहिर की है। केवल दिसंबर में ही तहसीलदार में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए हैं। इसमें से 23 मत्यु प्रमाण पत्र और 8 जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए। बाकी के 180 जन्म प्रमाण पत्र बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को बर्थ सर्टिफिकेट जारी किए गए।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि इसमें करोड़ों रुपए का खेला हुआ है। इन सब के पीछे दो बड़े राजनेता हैं। एक आतंकवादी संगठन का एजेंट भी इसमें शामिल है। सोमैया ने कहा कि वो इस मामले में एसआईटी के जरिए जांच की मांग करेंगे।
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