पंजाब में 117 विधानसभा सीटों में से 93 विधायकों की संख्या से अपार बहुमत हासिल करके आई आम आदमी पार्टी अब पांच नगर निगमों के हुए चुनावों में बढ़त बना कर भी हांफती दिखाई देने लगी है। पंजाब में पांच नगर निगमों के चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं, लेकिन सत्ताधारी दल आप को पटियाला छोडक़र किसी भी नगर निगम में बहुमत हासिल नहीं हुआ है। बाकी चारों नगर निगमों लुधियाना, फगवाड़ा, अमृतसर और जालंधर में आप और कांग्रेस के बीच टक्कर देखने को मिली है।
इन चारों निगमों में मेयर पद के लिए ऐसी स्थिति बन गई है कि आप और कांग्रेस को अपनी हुकूमत जमाने के लिए भाजपा, अकाली दल और बसपा के साथ जोड़-तोड़ करना होगा। सिर्फ पटियाला में ही आप को स्पष्ट बहुमत मिल पाया है। यहां 53 वार्ड में से 43 वार्डों में आप की जीत हुई है। कांग्रेस और भाजपा को चार-चार और शिअद को दो वार्ड मिले हैं। पांचों नगर निगमों के नतीजों की अगर बात करें तो पांचों इनके कुल 368 वार्ड में से 158 पर आप, 121 पर कांग्रेस, 55 पर भाजपा, 11 पर शिअद, 3 पर बसपा और 20 वार्डों में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है।
अमृतसर में अपना मेयर बनाने के लिए कांग्रेस को बहुमत पेश करने के लिए तीन पार्षदों की जरूरत है। अमृतसर नगर निगम चुनाव में आप को 24 और कांग्रेस को 40 वार्ड में जीत हासिल हुई है। कुल 85 वार्ड में से 43 वार्डों में अपना बहुमत दिखाने के बाद ही मेयर पद हासिल हो सकता है। भाजपा को यहां 9, शिअद को 4 और निर्दलीयों ने 8 वार्डों में जीत हासिल हुई हैं। अकाली दल और निर्दलीय पार्षदों को एकजुट कर भी आप अपना बहुमत पेश करने की स्थिति में नहीं दिख रही। फगवाड़ा में कांग्रेस 50 में से 22 वार्डों पर, आप 12, भाजपा 4, अकाली दल व बसपा 3-3 और निर्दलीय 6 वार्ड में जीते हैं। कांग्रेस को बहुमत के लिए यहां केवल तीन पार्षदों की जरूरत है, जबकि आप के लिए बहुमत चुनौती है।
जालंधर में 85 वार्ड में से आप को 38, कांग्रेस को 25, भाजपा को 19 और निर्दलीय को 3 वार्ड में जीत हासिल हुई है। जालंधर में बहुमत के लिए 43 वार्डों में अपना बहुमत दिखाना होगा। ऐसे में तीन निर्दलीय पार्षदों के आलवा जोड़-तोड़ के जरिये आप जालंधर में अपना मेयर बनाने में कामयाब होगी। कांग्रेस और भाजपा को बहुमत के लिए काफी जद्दोजहद का सामना करना होगा।
यूं तो लुधियाना में 95 में से आप 41 वार्डों में आगे हैं। आप को बहुमत पेश करने के लिए चार वार्डों की जरूरत है। यहां तीन निर्दलीय और दो वार्डों में शिअद के प्रत्याशी जीते हैं। ज्ञात रहे कि आम आदमी पार्टी इन चुनावों को लेकर अति उत्साह में थी, क्योंकि, हाल ही में हुए चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में आम आदमी पार्टी को तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी। लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कुल 13 में से तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जिसे बड़ा नुकसान माना गया परंतु उपचुनावों में मिली सफलता के बाद सत्ताधारी पार्टी के लोग बगलें बजाने लगे थे और दावा कर रहे थे कि राज्य के पांचों नगर निगमों के चुनावों में झाड़ू चलेगा परन्तु ऐसा कुछ नहीं होता दिख रहा है। पार्टी बढ़त बनाने के बावजूद हांफती दिख रही है हालांकि, इन चुनावों में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व उनकी पूरी कैबिनेट ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।
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