अग्नि उपासक हैं लिथुआनियावासी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

अग्नि उपासक हैं लिथुआनियावासी

लिथुआनिया में ज्यादातर लोग अब ईसाई हो चुके हैं, कुछ ही बचे हैं जो हिंदुओं की तरह अग्नि की उपासना करते हैं। उनकी परंपराएं हिंदुओं जैसी ही हैं।

by WEB DESK
Dec 5, 2024, 01:55 pm IST
in विश्लेषण, संघ, कर्नाटक, संस्कृति
एलियाह, गेलवाना, और या वा दिजपतिता लोकमंथन में अग्नि अनुष्ठान करते हुए

एलियाह, गेलवाना, और या वा दिजपतिता लोकमंथन में अग्नि अनुष्ठान करते हुए

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

लोकमंथन में यूरोप के एक देश लिथुआनिया से आए हुए लोग भी पहुंचे थे। लिथुआनिया में ज्यादातर लोग अब ईसाई हो चुके हैं, कुछ ही बचे हैं जो हिंदुओं की तरह अग्नि की उपासना करते हैं। उनकी परंपराएं हिंदुओं जैसी ही हैं।

उन्होंने परंपरिक तरीके से अग्नि की उपासना की। उनके मंत्र संस्कृत की तरह लिथुआनिया में थे, जिनके माध्यम से सूर्य की उपासना की गई। इस समूह में तीन सदस्य लोकमंथन में हैदराबाद पहुंचे थे। उनका उद्देश्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को साझा करना था।

पाञ्चजन्य से बात करते हुए एलियाह, गेलवाना और या वा डिजपातीता ने अपनी संस्कृति में अग्नि अनुष्ठान के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया, ‘अग्नि अनुष्ठान हमारे रीति-रिवाजों के केंद्र में है। चाहे वह विवाह हो, शिशु आशीर्वाद समारोह हो, या हमारे कैलेंडर त्योहारों में से कोई हो, अग्नि की मुख्य भूमिका निभाती है।

हम अग्नि जलाते हैं, उसे भेंट चढ़ाते हैं, और इन अवसरों पर अपने देवताओं और देवी-देवताओं का सम्मान करते हैं। बिल्कुल वैसे ही जैसे हिंदू धर्म में हवन किया जाता है। प्राचीन काल में, जब हम अलग नहीं हुए थे, तो हम पड़ोसी थे। लिथुआनियाई और संस्कृत में कई शब्द काफी समान हैं।

उदाहरण के तौर पर लिथुआनियाई में अग्नि के लिए इस्तेमाल ‘उगिस’ शब्द का प्रयोग किया जाता है जो संस्कृत के ‘अग्नि’ से मिलता-जुलता है। ऐसे अनेकों शब्द लिथुआनियाई भाषा में हैं। लिथुआनियाई भाषा संस्कृत के काफी करीब है।

लोकमंथन के लोगो का अर्थ

  1. वृत्त: ब्रह्मांड और सम्पूर्ण सृष्टि का प्रतीक है।
  2. दो हंस: यह ज्ञान का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो जब मुक्त होता है, तो दो हथेलियों के रूप में शक्ति और कर्म का प्रदर्शन करता है। यह ज्ञान और अभ्यास को दर्शाता है।
  3. अखंडमंडलाकार: यह धर्म की मूल भावना यानी आपसी सहयोग और परस्पर जुड़े होने की भावना को प्रकट करता है।
Topics: संस्कृति में अग्नि अनुष्ठानहिंदुओं की तरह अग्नि की उपासनाFire rituals in cultureworship of fire like Hindusलोकमंथनपाञ्चजन्य विशेषLokmanthan
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

1822 तक सिर्फ मद्रास प्रेसिडेंसी में ही 1 लाख पाठशालाएं थीं।

मैकाले ने नष्ट की हमारी ज्ञान परंपरा

मार्क कार्नी

जीते मार्क कार्नी, पिटे खालिस्तानी प्यादे

हल्दी घाटी के युद्ध में मात्र 20,000 सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने अकबर के 85,000 सैनिकों को महज 4 घंटे में ही रण भूमि से खदेड़ दिया। उन्होंने अकबर को तीन युद्धों में पराजित किया

दिल्ली सल्तनत पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों?

स्व का भाव जगाता सावरकर साहित्य

पद्म सम्मान-2025 : सम्मान का बढ़ा मान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies