उत्तर प्रदेश

सामने आया संभल हिंसा का खतरनाक ऑडियो क्लिप : भीड़ जुटाने और हथियार लाने की साजिश का हुआ पर्दाफाश

Published by
SHIVAM DIXIT

उत्तर प्रदेश के संभल में कथित जामा मस्जिद के आर्कियोलॉजिकल सर्वे (ASI) के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में एक चौंकाने वाला ऑडियो क्लिप सामने आया है। पुलिस जांच में इस ऑडियो से हिंसा की साजिश और दंगाइयों के नाम सामने आए हैं। मामले में अब तक तीन प्रमुख आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ के बाद 49 और संदिग्धों की पहचान की गई है।

क्या है ऑडियो क्लिप में.?

ऑडियो क्लिप में एक व्यक्ति को मस्जिद के पास अधिक लोगों को हथियारों के साथ लाने की अपील करते सुना जा सकता है। इस व्यक्ति ने “तमंचा लेकर आने” का निर्देश दिया था। पुलिस के अनुसार यह क्लिप हिंसा में संलिप्त तीन आरोपियों के फोन से बरामद की गई है। इनकी पहचान आमिर पठान, मोहम्मद अली, और फैजान अब्बासी के रूप में हुई है।

साजिश में 49 संदिग्ध शामिल

पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिए गए तीनों आरोपियों ने 49 अन्य संदिग्धों के नाम बताए हैं। इन सभी ने भीड़ को उकसाने और मस्जिद के पास एकत्र करने की साजिश में भाग लिया। वहीं इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सात लोगों के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई हैं।

सपा नेताओं पर लगे आरोप

पुलिस ने एफआईआर में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल का भी नाम शामिल किया है। पुलिस का आरोप है कि बर्क ने सर्वेक्षण से पहले मस्जिद का दौरा किया और उकसाने वाले बयान दिए, जिसके बाद सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़की।

उन्मादी भीड़ ने पुलिस पर किया हमला 

रविवार को स्थानीय अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण टीम जब मस्जिद पहुंची, तो वहां पहले से मौजूद इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले के दौरान उन्मादियों ने जमकर पथराव किया, खुलेआम फायरिंग की और कई वाहनों में आग लगा कर सड़कों पर उन्माद फैलाया। पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाओं में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

सार्वजनिक की गईं आरोपी उन्मादियों की तस्वीरें 

यूपी की योगी सरकार ने इस हिंसा के बाद कड़ी कार्रारवाई के निर्देश दिए हैं साथ ही राज्य सरकार ने हिंसा में शामिल संदिग्धों की पहचान के लिए उनकी तस्वीरें सार्वजनिक करने का आदेश दिया है। जिसके बाद पुलिस ने इन तस्वीरों को आम स्थानों पर लगाने की योजना बनाई है।

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