राजस्थान के गोगुंदा क्षेत्र के जसवंतगढ़ गांव में हुई दो चचेरी बहनों की आत्महत्या का मामला अब एक साजिश की ओर इशारा कर रहा है। यह घटना ‘द केरला स्टोरी’ जैसी कहानी को सामने लाती है, जहां दोनों लड़कियों का कथित तौर पर ब्रेनवॉश किया गया और आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी शाहवाज को गिरफ्तार किया है। मृतक लड़कियों के परिवार ने इस साजिश के पीछे छिपे रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए सीबीआई जांच की मांग की है।
जसवंतगढ़ ग्राम पंचायत के गहलोत का गुड़ा में 10 नवंबर को 11वीं कक्षा की दो छात्राओं, रवीना और भावना, ने सेलफॉस की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव एक खेत में पाए गए। आत्महत्या के दौरान दोनों ने एक जैसे काले रंग के सलवार सूट पहने हुए थे। परिजनों ने जब उनके मोबाइल फोन और किताबें खंगालीं तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
मृतक रवीना और भावना के पिता, भंवर भारती और पूनम भारती, ने पुलिस को मोबाइल फोन और संदिग्ध किताबें सौंपते हुए बताया कि यह आत्महत्या का सामान्य मामला नहीं है। उनके अनुसार, यह एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जिसमें लड़कियों को फंसाकर उनका ब्रेनवॉश किया गया।
पिता ने यह भी बताया कि उनके घर से कुल ₹32,000 चोरी हुए, जो लड़कियों ने शाहवाज के खाते में ट्रांसफर किए। यदि यह समय रहते पकड़ लिया गया होता, तो शायद यह दुखद घटना नहीं होती।
पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद शाहवाज को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही मृत लड़कियों के सहपाठी और एक स्थानीय युवक पर भी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) से पता चला है कि लड़कियों और आरोपी के बीच लगभग 3,000 बार बातचीत हुई।
परिजनों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह ब्लैकमेलिंग और ब्रेनवॉशिंग का संगठित मामला है, जिसमें एक बड़े रैकेट के शामिल होने की आशंका है। अधिवक्ता कमलेश शर्मा ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि स्थानीय जांच से इस साजिश का पूरी तरह खुलासा संभव नहीं है।
इस घटना के विरोध में जसवंतगढ़ में बाजार बंद रहा। स्थानीय लोगों ने आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग की है। प्रशासन भी सतर्क हो गया है और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
पुलिस ने सभी एंगल से मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों और स्थानीय जनता की मांग है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
Leave a Comment