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ओडिशा: भद्रक में धर्मांतरण और गोहत्या के खिलाफ हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, इस्लामी कट्टरपंथ पर कार्रवाई की मांग

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डॉ. समन्वय नंद

भद्रक जिले में पिछले कुछ महीनों से हिंदू समाज और उनकी धार्मिक आस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं और जिले में शांति भंग करने की साजिश रची जा रही है। कई बार जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई लेकिन प्रशासन की चुप्पी के कारण आज भद्रक के सभी हिंदू संगठन, सामाजिक संगठन, आध्यात्मिक संगठनों के कार्यकर्ता और हजारों की संख्या में आम जनता ने जिला कलेक्टर के कार्यालय का घेराव किया।

विहिप के वरिष्ठ पदाधिकारी मानस महांति ने कहा कि हाल के महीनों में कट्टरपंथी इस्लामी समूह भद्रक में शांति भंग कर रहे हैं। ये समूह कभी पुलिस पर हमला कर रहे हैं तो कभी हिंदू व्यापारियों को निशाना बना रहे हैं और कभी आम हिंदू परिवारों को निशाना बना रहे हैं। गोहत्या और पशु तस्करी में बढोत्तरी हो रही है। । प्रशासन को इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बार बार अनुरोध किया गया है । लेकिन दुःखद बात यह है कि प्रशासन व पुलिस इन इस्लामी कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। । प्रशासन की उदासीनता से परेशान होकर भद्रक से समस्त हिन्दू संगठन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया । यदि इन असामाजिक और राष्ट्रविरोधी ताकतों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और तेज होगा।

प्रदर्शनकारियों ने मुख्य रूप से 27 सितंबर को संथिया में पुलिस पर हुए हमले के मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। साथ ही, जिले में बढ़ते “लव जिहाद” मामलों की जांच के लिए एक स्वतंत्र प्रकोष्ठ बनाने और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और देश से निष्कासित करने की मांग की। गई ।

भद्रक में अवैध बांग्लादेशियों घुसपैठियों को आश्रय और पन्नाह दी जा रही ह तथा उनके लिए आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसी पहचान पत्र तैयार कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई ।

प्रदर्शनकारियों ने भद्रक में हिंदुओं पर हो रहे हमले, गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध और गौ तस्करी को बंद करने के लिए कडी व्यवस्था लागू करने मांग की गई। साथ ही राज्य सरकार के 1960 के गोहत्या निषेध अधिनियम का सख्ती से पालन करवाने की बात कही गई।

प्रदर्शनाकारियों का कहना था कि भद्रक में ऐसे कट्टरपंथी भी हैं जो हामास और तहरीक-ए-तालिबान जैसे आतंकवादी संगठनों का खुले आम समर्थन करते हैं । ऐसे व्यक्तियों की गिरफ्तारी और इस मामले की एनआईए जांच की जानी चाहिए ।

साथ ही प्रदर्शनकारियों ने भद्रक जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा गैरकानूनी तरीके से कनवर्जन किया जा रहा है । इस गैरकानूनी कनवर्जन को रोकने तथा कनवर्ट हुए लोगों को मिलने वाली आरक्षण व अन्य सुविधाओं को रद्द करने की मांग की गई । जिले में अवैध चर्च निर्माण पर रोक लगाने की भी मांग की गई । भद्रक के संथिया में निजी भूमि पर हनुमान मंदिर के निर्माण की अनुमति देने और भद्रक के ऐतिहासिक सदावर्त मठ की जमीन को वापस मठ को हस्तांतरित करने की भी मांग उठाई गई।

विभिन्न हिंदू संगठन जैसे धर्मरक्षा समिति, हिंदू जागरण मंच, श्रीराम महायज्ञ समिति, भारत विकास परिषद, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अधिवक्ता परिषद, जिला एकता रक्त संगठन, आर्य समाज, संभव फाउंडेशन, कार्यकर्ता और 6000 से अधिक आम जनता ने गांधी मैदान से विशाल रैली निकालकर जिला कलेक्टर के कार्यालय के सामने पहुंचे और यहां एक जनसभा का आयोजन किया। इसके साथ ही एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधि मंडल में हिंदू संगठन के मानस महंती, अधिवक्ता नित्यानंद नायक, समाजसेवी शरत पढियारी , बसंत राउत, स्वाधीन सुंदर दास, विभू चंद्र जेना, अधिवक्ता विजय कुमार दास, रतिकांत आचार्य, काह्नु बारिक और डॉ. अजय पांडा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।सभा का संचालन शशांक शेखर सामल ने किया और कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी।

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