ऐसा कोई दिन नहीं जब कोई व्यक्ति साइबर अपराधियों का शिकार न बने। साइबर क्राइम के कारण हजारों करोड़ का चूना लग चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर शाखा आई4सी ने खुलासा किया है कि बीते 10 माह में देश में साइबर अपराधियों ने करीब 2,140 करोड़ रुपए हड़प लिए हैं। इस साल जनवरी से लेकर अब तक करीब 92, 334 डिजिटल अरेस्ट की वारदातें हुई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधियों के कारण प्रतिदिन करीब 214 करोड़ रुपए का नुकसान देश को हो रहा है। केंद्र सरकार की आई4सी की रिपोर्ट के अनुसार ठग लोगों को फोन करके उन्हें प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, पुलिस और आरबीआई जैसी भारतीय एजेंसियों के नाम से पहले तो डराते हैं। इसके बाद मामले के सेटलमेंट के नाम पर लोगों से मोटी रकम हड़प लेते हैं। सच्चाई से अनजान लोग इन अपराधियों के बिछाए जाल में आसानी से फंस भी जाते हैं। बताया गया है कि अपराधियों ने इसी तरह से लोगों से विदेशी खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साइबर ठगी पर चिंता जाहिर करते हुए अपने मन की बात कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में 27 अक्तूबर को बात की थी।
विदेशों से चलाया जा रहा ठगी का रैकेट
आई4सी का कहना है कि डिजिटल ठगी का ये रैकेट विदेशों से ऑपरेट किया जा रहा है। लेकिन खास बात ये है कि इनमें 30-40 फीसदी लोग भारतीय ही होते हैं। पता चला है कि थाइलैंड, कंबोडिया, लाओस, वियतनाम जैसे कई देशों से इस तरह के रैकेट्स को संचालित किया जाता है। ये स्कैमर्स अक्सर कंबोडिया में स्थित चीनी स्वामित्व वाले कैसीनों होते हैं, जहां से इस तरह के गोरख धंधों को संचालित किया जा रहा है।
लोगों को जागरुक कर रहा केंद्र
गौरतलब है कि केंद्र सरकार लगातार लोगों को साइबर क्राइम को लेकर जागरुक करने में लगी हुई है। गृह मंत्रालय और सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से साइबर सिक्योरिटी फर्म CERT-IN लगातार जारुकता फैलाकर लोगों को साइबर अपराध से सुरक्षित रहने की सलाह दे रही है।
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