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वक्फ बोर्ड पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह ने उगला जहर, कहा-‘इसे रोकेंगे..जीवन मरण का मामला’

मौलाना ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वक्फ विधेयक लाकर सरकार मुसलमानों से वक्फ की जमीनों को छीनना चाहती है।

Published by
Kuldeep singh

वक्फ बोर्ड की मनमानियों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए वक्फ विधेयक-2024 के खिलाफ मुस्लिमों का विरोध है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। विरोध की इस आग को भड़काने का काम कर रहे हैं मुस्लिम कट्टरपंथी और कुछ मुसलमानों के रहनुमा। इसी क्रम में वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ जहर उगलते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह ने धमकी दी है कि वो इस विधेयक को किसी भी सूरत में रोकेंगे। जरूरत पड़ी तो इसके लिए अपनी जान देने से पीछे नहीं हटेंगे।

रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए मौलाना शैफुद्दीन ने जहर उगला। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड हमारे लिए जीवन और मौत का मामला है और इसे किसी भी कीमत पर लागू होने से रोक कर रहेंगे। जरूरत पड़ी तो इसके लिए हम अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। मुस्लिम कट्टरपंथी मौलाना ने मुसलमानों को उकसाने की कोशिश करते हुए कहा कि हम मुसलमान इस देश की जेलों को इस कदर भर देंगे कि वहां पर मुजरिमों को रखने की जगह तक नहीं बचेगी, लेकिन इसे लागू नहीं होने देंगे।

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मौलाना ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वक्फ विधेयक लाकर सरकार मुसलमानों से वक्फ की जमीनों को छीनना चाहती है। मुस्लिमों को भड़काते हुए खालिद ने कहा कि अगर वक्फ बोर्ड का प्रबंधन गैर मुस्लिमों के हाथों में गया तो क्या वे मस्जिदों और कब्रिस्तानों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं रखेंगे।

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जेपीसी के पास है विधेयक

गौरतलब है कि वक्फ बोर्ड की मनमानियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड (संशोधन) विधेयक-2024 को 28 जुलाई को संसद में पेश किया। लेकिन इसके विरोध में मुस्लिमों के प्रदर्शन और विपक्षी पार्टियों के सवालों के बाद सरकार ने इसे सुझाव के लिए संसद की ज्वाइंट पार्लियामेंटरी कमेटी (जेपीसी) के पास भेज दिया था। अब जेपीसी की रिपोर्ट के बाद ही इसे आगे बढ़ाया जा सकेगा। बता दें कि देश में सबसे ज्यादा 6 लाख एकड़ से भी ज्यादा जमीन पर वक्फ बोर्ड ने कब्जा जमा रखा है।

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