कर्णावती: गुजरात के सीनियर आईएएस अधिकारी की पत्नी को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम पर डिजिटल अरेस्ट करके साइबर ठगों ने 1.26 करोड़ ऐंठ लिए। इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद के सेटेलाइट विस्तार में रहने वाले गुजरात के एक सीनियर आईएएस अधिकारी की पत्नी को 25 दिन पहले किसी अनजान मोबाइल नंबर से सीबीआई एवं सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के जस्टिस के नाम से कॉल आया था। कोल पर उन्हें बताया गया कि उनके नाम पर दो करोड़ के गैर कानूनी ट्रांजैक्शन हुए हैं और यह पैसे आतंकी फंड के होने की संभावना है। जिसके चलते उनके खिलाफ सीबीआई शिकायत दर्ज कर जांच शुरू करेगी।
इस केस में सुप्रीम कोर्ट में रिक्वेस्ट करके डिजिटल अरेस्ट करने के बाद पूछताछ शुरू की जाएगी। जिसके चलते सीनियर सिटीजन महिला डर गई थी। इसके बाद महिला को वीडियो कॉल से डिजिटल अरेस्ट करके उनके बैंक अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट एवं अन्य निवेश के बारे में पूछताछ की गई। वीडियो कॉल पर पूछताछ के दौरान ही 1.26 करोड़ के ट्रांजैक्शन की जांच करने के लिए वह पैसे अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए गए।
जांच खत्म होने के बाद 48 घंटे में यह पैसे महिला के अकाउंट में फिर से ट्रांसफर कर दिए जाएंगे ऐसा बोलकर फोन कट कर दिया गया। इस मामले में हुई शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम ने जांच शुरू कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
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चार आरोपी कंबोडिया गैंग के हैं
पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें अहमदाबाद के महमद हुसैन जावेद अली, तरुनसिंह वाघेला, ब्रिजेश पारेख और शुभम ठाकर को दबोचा है। यह चारो आरोपी कंबोडिया गेंग के लिये काम करते है ऐसा जांच में सामने आया है। सभी आरोपी कंबोडिया गेंग तक पैसे पहुचाने के लिये बड़े पैमाने पर बैंक अकाउंट खोलने का काम करते थे। जिसके बदले में उन्हें कमिशन मिलता था। पुलिस ने आगे की जांच शुरू की है।
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