कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे की क्या इज्जत है ये तो जगजाहिर है। समय-समय पर ऐसे मौके आते रहे हैं जब मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस ने इस बात का अहसास दिलाया है कि उनकी कोई अहमियत नहीं है। ऐसा ही एक मामला केरल के वायनाड से सामने आया है, जहां से कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन किया जाना था। नामांकन भरने के दौरान कमरे के बाहर से झांक रहे थे। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि डीएम के कमरे के बाहर मल्लिकार्जुन खड़े थे और वो अंदर प्रियंका गांधी को अपना नामांकन दाखिल करते देखते रहे। देश की सबसे पुरानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस तरह के अपमान पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। इस बीच भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि चूंकि खड़गे वंचित समुदाय से आते हैं और वो परिवार के सदस्य (गांधी परिवार) नहीं हैं, जिस कारण उनके साथ इस तरह का दोहरा व्यवहार किया जा रहा है।
इस घटना पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए तंज कसते हैं कि वायनाड में कथित त्रिमूर्ति की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे वरिष्ठ सांसद और दलित नेता के साथ इस तरह का बर्ताव बहुत ही निराशाजनक है। अध्यक्ष एआईसीसी का हो या पीसीसी का, ऐसा प्रतीत होता है कि यह परिवार दूसरों को अपमानित करने में बहुत ही गौरवान्वित महसूस करता है। इस तरह के लोगों ये गांधी परिवार एक रबर स्टॉम्प से अधिक नहीं मानता।
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हालांकि, कांग्रेस इस पर भड़क गई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं सुप्रिया श्रीनेत। उनका कहना है कि नामांकन के दौरान जिलाधिकारी के कमरे के अंदर केवल 5 ही लोग रह सकते थे। जब खड़गे वहां पर पहुंचे तो वहां पर पहले से ही पांच लोग थे। इसीलिए वो बाहर ही रुके हुए थे।
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