उत्तर प्रदेश के कानपुर में हाल ही में एक विवादित मामले के बाद योगी सरकार का बुलडोजर एक बार फिर से चर्चा में आया। किदवई नगर स्थित एक रेस्टोरेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नगर निगम ने रेस्टोरेंट के अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
विवाद की शुरुआत
यह घटना 26 सितंबर को सामने आई, जब एक ग्राहक ने रेस्टोरेंट पर आरोप लगाया कि उसे दिए गए वेज कबाब पराठा और वेज बिरयानी में मांस के टुकड़े मिले थे। इस आरोप के बाद बजरंग दल के सदस्यों ने रेस्टोरेंट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और रेस्टोरेंट मालिक मुबीन अहमद पर गंभीर आरोप लगाए। बजरंग दल के अनुसार, मुबीन अहमद मुसलमान था लेकिन वह अपनी असली पहचान छिपाकर हिंदू नाम से रेस्टोरेंट चला रहा था। इससे हिंदू समुदाय में रोष फैल गया और मामला तनावपूर्ण हो गया।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि, रेस्टोरेंट कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कार्यालय को आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से इस रेस्टोरेंट के अतिक्रमण की शिकायत की गई। शिकायत में रेस्टोरेंट द्वारा फुटपाथ पर अवैध निर्माण कर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया गया था।
इसके बाद 7 अक्टूबर को नगर निगम के जोनल अधिकारी-3, चंद्र प्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया। जांच में यह पाया गया कि रेस्टोरेंट ने फुटपाथ पर अवैध रूप से टिन शेड और ठेली लगा रखी थी। इसके बाद शुक्रवार को नगर निगम की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची और अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। फुटपाथ पर रखी ठेली को भी जब्त कर लिया गया।
यह मामला स्थानीय और धार्मिक विवाद का कारण बन गया है। रेस्टोरेंट के मालिक पर पहचान छिपाने और धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। प्रशासन द्वारा की गई बुलडोजर कार्रवाई ने इस घटना को और अधिक गंभीर बना दिया है।
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