पर्यावरण

दिल्ली NCR वालों सावधान, जहरीली हो गई है आपकी हवा : बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा वायु गुणवत्ता सूचकांक

Published by
SHIVAM DIXIT

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दीपावली से पहले ही प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। मंगलवार शाम 4 बजे के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 327 दर्ज किया गया, जो कि “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। केंद्र सरकार के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चरण-2 की पाबंदियां लागू होने के बावजूद प्रदूषण का स्तर नियंत्रण से बाहर है।

दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर AQI की स्थिति

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 300 के पार पहुंच चुका है। कुछ प्रमुख स्थानों पर AQI का हाल इस प्रकार है –

  • मंदिर मार्ग : 322
  • आईटीओ : 308
  • चांदनी चौक : 208
  • मेजर ध्यानचंद स्टेडियम : 335
  • पूसा : 299
  • पटपड़गंज : 329
  • आर. के. पुरम : 339
  • पंजाबी बाग : 356

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दिल्ली के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” स्थिति में है, और ऐसे में दीपावली के पहले ही स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़ रहे हैं।

प्रदूषण के बढ़ते कारण

दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि है, जो प्रतिवर्ष इस मौसम में सामने आती हैं। हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से पराली जलाने की खबरें लगातार आ रही हैं, जिसके कारण दिल्ली की हवा और अधिक जहरीली हो गई है। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में दिल्ली में बारिश के आसार नहीं हैं, जो प्रदूषण को और बढ़ा सकती है।

ग्रैप के तहत प्रतिबंध

प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने सोमवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चरण-2 लागू कर दिया है। इसके तहत निम्नलिखित पाबंदियां लगाई गई हैं –

  • दिल्ली-एनसीआर में कोयले, जलाऊ लकड़ी और डीजल जनरेटर के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध
  • निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का सख्ती से पालन
  • निर्दिष्ट सड़कों पर यांत्रिक सफाई और पानी का छिड़काव
  • कचरा जलाने पर कड़ी पाबंदी
  • पार्किंग शुल्क में वृद्धि

इन उपायों के बावजूद प्रदूषण का स्तर नियंत्रण में नहीं आ पा रहा है, जो कि चिंताजनक है।

दीपावली पर प्रदूषण और बढ़ने की आशंका

दिल्ली में दीपावली का त्योहार नजदीक है, और इस दौरान पटाखों के धुएं से प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ सकता है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रदूषण के उपाय प्रभावी नहीं हुए, तो दीपावली के बाद हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है।

सरकार की अपील

सरकार और विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे प्रदूषण को नियंत्रित करने में योगदान दें। खासतौर पर ग्रीन पटाखों का उपयोग करने, सार्वजनिक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करने, और कचरा जलाने से बचने की अपील की गई है।

दिल्ली में दीपावली से पहले ही प्रदूषण का बढ़ता स्तर स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध और उपायों के बावजूद स्थिति सुधरने की उम्मीद फिलहाल कम है। आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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