पड़ोसी देशों में हिंदुओं के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन पर वैश्विक चुप्पी चिंताजनक : उपराष्ट्रपति धनखड़
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पड़ोसी देशों में हिंदुओं के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन पर वैश्विक चुप्पी चिंताजनक : उपराष्ट्रपति धनखड़

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने हमेशा से मानवाधिकारों के सभ्यतागत संरक्षक की भूमिका निभाई है।

by SHIVAM DIXIT
Oct 18, 2024, 03:42 pm IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को पड़ोसी देशों में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर वैश्विक समुदाय की चुप्पी पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे पड़ोस से अत्याचार सहने के बाद अपनी अंतरात्मा की आवाज पर चलने का साहस दिखाने वाले लोग भारत में शरण लेने आते हैं, परंतु उनके खिलाफ भी मानवाधिकारों के नाम पर विरोध किया जाता है।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने हमेशा से मानवाधिकारों के सभ्यतागत संरक्षक की भूमिका निभाई है। लेकिन, उन्होंने पड़ोसी देशों में हिंदुओं की दुर्दशा पर तथाकथित नैतिक उपदेशकों और मानवाधिकार संगठनों की चुप्पी की आलोचना की। उन्होंने कहा, “यह चुप्पी पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। ये मानवाधिकारों के विपरीत काम करने वाले भाड़े के सैनिक हैं। हमें यह देखना चाहिए कि वहां लड़के, लड़कियां और महिलाएं कैसी बर्बरता, यातना और दर्दनाक अनुभवों का सामना कर रही हैं। हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया जा रहा है।”

उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि हिंदुओं द्वारा जिन मानवीय संकटों का सामना किया जा रहा है, उन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने वैश्विक आक्रोश की कमी पर सवाल उठाया और कहा कि इस तरह के मानवाधिकार उल्लंघनों के प्रति अत्यधिक सहनशील होना अनुचित है।

मानवाधिकार उल्लंघनों पर वैश्विक आक्रोश की कमी

उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि मानवाधिकारों का इस्तेमाल कभी भी विदेश नीति के साधन के रूप में दूसरों पर शक्ति और प्रभाव जमाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने इसे ‘नाम लेने और शर्मिंदा करने’ की कूटनीति का घटिया रूप बताया और कहा कि “आपको केवल वही उपदेश देना चाहिए जो आप स्वयं करते हैं।”

उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की सराहना की और कहा कि इसका उद्देश्य उत्पीड़न से बचकर भारत आए राष्ट्रविहीन शरणार्थियों को सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का मानवाधिकार रिकॉर्ड अन्य देशों की तुलना में कहीं बेहतर और बेजोड़ है, विशेषकर अल्पसंख्यकों, हाशिए पर पड़े और समाज के कमजोर वर्गों के संरक्षण के मामले में।

खतरनाक ताकतों के खिलाफ चेतावनी

धनखड़ ने भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के प्रयासों के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमारे अंदर और बाहर ऐसी हानिकारक ताकतें हैं जो एक सुनियोजित तरीके से हमें गलत तरीके से कलंकित करने की कोशिश कर रही हैं। इन ताकतों का एजेंडा मानवाधिकारों की वास्तविक चिंता से कोसों दूर है।”

इस कार्यक्रम में एनएचआरसी की कार्यवाहक अध्यक्ष विजया भारती सयानी, महासचिव भरत लाल, और अन्य प्रमुख गण्यमान्य उपस्थित थे।

Topics: पड़ोसी देशों में हिंदुओं की दुर्दशामानवाधिकार आयोगवैश्विक चुप्पीधार्मिक स्थल अपवित्रplight of Hindus in neighboring countriesCitizenship Amendment ActHuman Rights Commissionउपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़global silenceVice President Jagdeep Dhankharreligious places desecratedनागरिकता संशोधन अधिनियमhuman rights violationsमानवाधिकार उल्लंघन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Iran rebbelian fear Khamenei

युद्ध के बाद ईरान का खौफ: 600 से अधिक फांसी, असंतोष पर प्रहार

Voice president jagdeep dhankarh

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर उठाए सवाल

‘यह पर्व प्रेम, एकता और भारतीय संस्कृति का प्रतीक’ : उपराष्ट्रपति

एम्स में भर्ती उपराष्ट्रपति धनखड़ से मिले पीएम मोदी, शीघ्र स्वस्थ लाभ की कामना की

Voice president jagdeep dhankarh

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने USAID फंडिंग, संसद अवरोध और आपातकाल पर चिंता जताई

दिल्ली चुनाव 2025 : दोपहर 1 बजे तक 33.31% मतदान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सहित कई राजनेताओं ने डाला वोट

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Canada Khalistan Kapil Sharma cafe firing

खालिस्तानी आतंकी का कपिल शर्मा के कैफे पर हमला: कनाडा में कानून व्यवस्था की पोल खुली

Swami Dipankar

सावन, सनातन और शिव हमेशा जोड़ते हैं, कांवड़ में सब भोला, जीवन में सब हिंदू क्यों नहीं: स्वामी दीपांकर की अपील

Maulana Chhangur: 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपए, सामने आया विदेशी फंडिंग का काला खेल

प्रतीकात्मक तस्वीर

बलूचिस्तान में हमला: बस यात्रियों को उतारकर 9 लोगों की बेरहमी से हत्या

Chmaba Earthquake

Chamba Earthquake: 2.7 तीव्रता वाले भूकंप से कांपी हिमाचल की धरती, जान-माल का नुकसान नहीं

प्रतीकात्मक तस्वीर

जबलपुर: अब्दुल रजाक गैंग पर बड़ी कार्रवाई, कई गिरफ्तार, लग्जरी गाड़ियां और हथियार बरामद

China Rare earth material India

चीन की आपूर्ति श्रृंखला रणनीति: भारत के लिए नया अवसर

भारत का सुप्रीम कोर्ट

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पर रोक लगाने से SC का इंकार, दस्तावेजों को लेकर दिया बड़ा सुझाव

भगवंत मान, मुख्यमंत्री, पंजाब

CM भगवंत मान ने पीएम मोदी और भारत के मित्र देशों को लेकर की शर्मनाक टिप्पणी, विदेश मंत्रालय बोला- यह शोभा नहीं देता

India US tariff war

Tariff War: ट्रंप के नए टैरिफ और भारत का जवाब: क्या होगा आर्थिक प्रभाव?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies