बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामी सरकार दुर्गा पूजा के दौरान हिन्दुओं को सुरक्षा देने के तमाम वादे करती है, लेकिन उसके ये वादे और दावे दुर्गा पंडालों पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले के बाद धरे रह गए। हो ये रहा है कि इस्लामिक कट्टरपंथी न केवल हिन्दुओं पर हमले कर रहे हैं। बल्कि, ये खुले तौर पर उन्हें इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में कट्टरपंथियों ने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिन्दुओं की शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी कर दी। हिन्दुओं के विरोध पर बांग्लादेशी सेना ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें हिन्दू अधिकारों के लिए काम करने वाले सुमन गोस्वामी पुलक बुरी तरह से घायल हो गए।
सोशल मीडिया पर इस घटना के खिलाफ हिन्दू लगातार आवाज उठा रहे हैं। माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर यूजर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू’ ने अपनी पोस्ट में कहा, “पुराने ढाका के हिंदू कार्यकर्ताओं में से एक सुमन गोस्वामी पुलक कल बांग्लादेशी सेना द्वारा किए गए लाठीचार्ज में घायल हो गए हैं, जिसके बाद उनका इलाज चल रहा है। उनकी हालत बहुत गंभीर है। दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हिंदुओं पर पथराव का विरोध करने पर सेना ने उन पर हमला किया था।”
इसी क्रम में एक अन्य यूजर ने कहा कि यह बहुत ही लज्जाजनक है कि हिन्दुओं पर हमलों के खिलाफ आवाज उठाने के कारण सुमन गोस्वामी पुलक को बुरी तरह से घायल कर दिया। हम सत्ता के दुरुपयोग के लिए जबावदेही और त्वरित न्याय की मांग करते हैं। अब हम इस बर्बर हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
दिव्येंन्दु होर नाम के एक अन्य यूजर के मुताबिक, सुमन गोस्वामी एक समर्थित हिन्दू कार्यकर्ता हैं, उन पर हुए हमले की खबर सुनकर दुख हुआ। वो बांग्लादेश की सेना के द्वारा की गई लाठीचार्ज के दौरान घायल हो गए थे। अब उनकी हालत बहुत ही गंभीर बनी हुई है। वे दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हिन्दुओं पर पथराव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बांग्लादेश की इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार हिंदुओं पर हमले को लेकर लगातार सवालों के घेरे में है। ये नवरात्र के दौरान देखा जा चुका है कि किस तरह से इस्लामिक कट्टरपंथियों ने दुर्गा पूजा पंडालों पर तोड़फोड़ की थी।
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