बांग्लादेश के चटगांव स्थित जात्रा मोहन सेन हॉल में पूजा मंडप में इस्लामी गीत गाने और हिन्दुओं को इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर करने के मामले में पूजा समिति के एक नेता समेत 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस्लामिक कट्टरपंथ फैलाने के मामले में चटगांव महानगर पूजा उत्सव परिषद के कोषाध्यक्ष सुकांता विकास महाजन ने इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ शुक्रवार को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 इस्लामिक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद नूरुल इस्लाम (34), शाहिदुल इकबाल (42), मोहम्मद मामून (27), अब्दुल्ला इकबाल (30), गुलाम मुस्तफा (36) और मोहम्मद रोनी (28) शामिल हैं। कोतवाली थाने के प्रमुख फजलुल कादर ने बताया है कि आरोपी के खिलाफ दंड संहिता की दारा 295, 296 और 298 के तहत केस दर्ज किया गया है। इससे पहले दो आरोपियों को शाहिदुल और नूरुल को गिरफ्तार किया गया था।
इसे भी पढ़ें: ‘जिन्ना का असली देश’ बनने की होड़ में बांग्लादेश, टका से हटेगी शेख मुजीबुर्रहमान की फोटो!
इस मामले में हिन्दुओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद चटगांव के डिप्टी कमिश्नर फरीदा खानम ने मंडप का दौरा किया था। इसके साथ ही उन्होंने हिन्दुओं को आश्वस्त किया था कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला
बांग्लादेश की सरकार मीडिया में आकर नवरात्र में दुर्गा पूजा पंडालों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने का दावा करती है। सरकार की तरफ से कहा गया कि दुर्गा पूजा मंडपों की सुरक्षा के लिए उन्होंने सेना को देश की सड़कों पर उतार दिया है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे ठीक उलट दिख रही है। हो ये रहा है कि इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले कर रहे हैं। वहां पर जबरन इस्लामिक प्रचार करते हैं और हिन्दुओं को खुलेआम इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर कर रहे हैं। ऐसी ही एक और वारदात बांग्लादेश के चिटगांव से आई है, जहां जमात ए इस्लामी नाम का मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन जबरन दुर्गा पूजा पंडाल में घुस गया और हिन्दुओं को इस्लाम अपनाने के लिए दबाव बना रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेश’ द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, जमात ए इस्लामी कट्टरपंथी संगठन के सैकडों लोग चिटगांव के जेएम दुर्गा पूजा पंडाल में घुस गए। वहां पर कट्टरपंथियों ने बज रहे माता के भजन को बंद करवा दिया। उसकी जगह कट्टरपंथियों ने घंटों इस्लामिक भजन और गजलें बजाई।
इसे भी पढ़ें: इजरायल का बेरूत और सीरिया पर हवाई हमला, हिजबुल्लाह के गढ़ में इमारतें जमींदोज, 22 की मौत और 100 से अधिक घायल
इसके बाद वहीं पर जमात ने मुस्लिमों के साथ मिलकर एक सभा का आयोजन किया और फिर वहां के लोकल हिन्दुओं को जबरन कुरान की आयतों को पढ़ने के लिए मजबूर किया। इस घटना से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हो गए हैं।
इस घटना के विरोध में हजारों की संख्या में हिन्दुओं ने भी जेएम सेन हॉल दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर इकट्ठा हो गए। हिन्दू समुदाय के लोगों ने इस्लामिक जिहादियों का विरोध किया और बांग्लादेशी हिन्दुओं को बचाने की गुहार लगाई।
टिप्पणियाँ