नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत मुफ्त फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति को 2028 तक जारी रखने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि यह निर्णय प्रधानमंत्री के पोषण सुरक्षा के दृष्टिकोण के अनुरूप लिया गया है, जिसका उद्देश्य भारत को एनीमिया मुक्त बनाना है।
फोर्टिफाइड चावल की यह आपूर्ति 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए चावल फोर्टिफिकेशन पहल के भाषण की निरंतरता है। इस पहल का उद्देश्य एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे कमजोर वर्गों को पोषण की कमी से मुक्त करना है।
दुनिया भर में फोर्टिफिकेशन को कमजोर आबादी में पोषण सुधार का प्रभावी और सुरक्षित तरीका माना जाता है। भारत में 65% लोग मुख्य आहार के रूप में चावल का सेवन करते हैं, इसलिए चावल फोर्टिफिकेशन एक आदर्श समाधान साबित हो सकता है। इस प्रक्रिया में, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के दिशानिर्देशों के तहत आयरन, फोलिक एसिड, और विटामिन बी 12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से समृद्ध फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (FRK) को नियमित चावल में मिलाया जाता है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के अंतर्गत चावल फोर्टिफिकेशन की यह पहल सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है और 2028 तक जारी रहेगी। यह भारत सरकार की एनीमिया मुक्त भारत रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें विशेष रूप से कमजोर और वंचित तबकों को पोषक तत्वों से युक्त आहार प्रदान करने पर जोर दिया गया है।
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