बिहार के अररिया जिले में एक बांग्लादेशी नागरिक को स्थानीय मुखिया ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया है, जो पिछले तीन साल से अवैध रूप से भारत में रह रहा था। इस बांग्लादेशी नागरिक, जिसका नाम मोहम्मद नवाब है, ने भारतीय सीमा पार कर न केवल अवैध तरीके से भारत में प्रवेश किया, बल्कि उसने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र भी बनवाया। इस दौरान उसने भारत की एक मुस्लिम लड़की से निकाह किया और भारतीय नागरिक बनने के लिए पासपोर्ट तक आवेदन कर दिया।
फर्जी दस्तावेजों से भारतीय नागरिकता का प्रयास
नवाब ने भारतीय सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए चार महीने पहले आधार कार्ड बनवाया था, जिसमें अपने पिता के नाम की जगह अपने ससुराल के एक व्यक्ति का नाम दर्ज करवाया। इतना ही नहीं, उसने अपने मतदाता पहचान पत्र में पिता के स्थान पर अपनी पत्नी का नाम अंकित कराया, जो खुद में एक गंभीर सवाल है कि आखिर कैसे भारतीय दस्तावेजों में इस तरह की गलतियां हो सकती हैं।
अवैध निकाह और अपराध में लिप्तता
नवाब ने बांग्लादेश से भारत आने के बाद कटिहार के सेमापुर में शरण ली थी और बाद में अररिया के रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के एक गांव में रहने वाले मुसलमान परिवार की बेटी से निकाह किया। इस निकाह के जरिए वह भारतीय समाज में घुसपैठ कर रहा था। यह केवल एक मामला नहीं है, बल्कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में प्रवेश करके यहां की लड़कियों, खासकर हिन्दू लड़कियों को निशाना बनाते हैं।
यह मामला उस खतरनाक पैटर्न को उजागर करता है, जिसमें बांग्लादेशी घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर भारतीय नागरिकता हासिल करने के साथ-साथ यहां की लड़कियों को फंसा कर निकाह करते हैं। ऐसे मामलों में अधिकतर हिंदू, सिख, जैन और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों को निशाना बनाया जाता है, जिनसे निकाह करके ये घुसपैठिए अपने यहां की अवैध गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
पासपोर्ट वेरिफिकेशन के दौरान हुआ पर्दाफाश
मोहम्मद नवाब ने भारतीय नागरिकता को और मजबूत करने के लिए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। जब उसके दस्तावेजों की जांच नगर थाना पुलिस द्वारा की जा रही थी, तो उसने रामपुर कोदरकट्टी की मुखिया पम्मी देवी से दस्तावेजों की वेरिफिकेशन की सलाह दी। वेरिफिकेशन के दौरान मुखिया को शक हुआ और उनके पति राजेश सिंह ने जब गहन पूछताछ की तो नवाब की सच्चाई सामने आई। मोहम्मद नवाब ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश के चापा नवाबगंज जिले का रहने वाला है और तीन साल पहले भारत की सीमा पारकर यहां आया था।
खुफिया एजेंसियां और पुलिस कर रही है जांच
इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद, नगर थाना पुलिस ने नवाब को हिरासत में लिया और उससे गहन पूछताछ कर रही है। साथ ही खुफिया एजेंसियां भी इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। फिलहाल, पुलिस इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा इस तरह की गतिविधियां भारतीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठियों का खतरा और अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश
भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों का लगातार बढ़ता हुआ खतरा न केवल देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है, बल्कि ये घुसपैठिए अपने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिक बनकर यहां अपराध में भी लिप्त रहते हैं। अररिया का यह मामला इस खतरे का केवल एक छोटा सा उदाहरण है, लेकिन इससे यह स्पष्ट होता है कि कैसे अवैध घुसपैठिए भारतीय नागरिकता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों को निशाना बना रहे हैं।
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