बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने शनिवार को अबुझमाड़ के जंगलों में हुई नक्सली मुठभेड़ की आधिकारिक जानकारी दी। प्रेस नोट के अनुसार, मुठभेड़ में 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। घटनास्थल से पुलिस ने बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है, जिसमें एलएमजी राइफल, एसएलआर राइफल, एके 47, इंसास राइफल, और कैलिबर 303 राइफल जैसी घातक बंदूकें शामिल हैं। घटनास्थल पर अभी भी तलाशी अभियान जारी है।
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
मुठभेड़ शुक्रवार को नारायणपुर-दंतेवाड़ा की अंतर-जिला सीमा पर स्थित अबुझमाड़ के घने जंगलों में थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच हुई। बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज के अनुसार, यह मुठभेड़ शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे शुरू हुई और इसमें दंतेवाड़ा व नारायणपुर के डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और एसटीएफ (विशेष कार्य बल) के जवान शामिल थे। इस अभियान की शुरुआत गुरुवार दोपहर को हुई थी, जब पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन कंपनी नंबर 6 और पूर्वी बस्तर डिवीजन के नक्सली गवाड़ी, थुलथुली, नेंदुर और रेंगवाया गांवों की पहाड़ियों में मौजूद हैं।
तलाशी अभियान जारी
शनिवार सुबह घटनास्थल से तीन और नक्सलियों के शव बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, इन नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन प्रथम दृष्ट्या ऐसा माना जा रहा है कि वे पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 6, प्लाटून 16 और माओवादियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन के सदस्य हो सकते हैं। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि घटनास्थल पर अभी भी तलाशी अभियान चल रहा है और कुछ और नक्सलियों के शव या हथियार मिलने की संभावना है।
बरामद हथियार
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार जब्त किए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से एलएमजी, एके-47 और इंसास राइफल जैसी घातक बंदूकें शामिल हैं। पुलिस इस घटना को माओवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी सफलता मान रही है, क्योंकि बरामद किए गए हथियारों और मारे गए नक्सलियों की संख्या को देखते हुए यह एक बड़ी कार्रवाई है।
माओवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
बस्तर के जंगलों में माओवादियों की सक्रियता को देखते हुए सुरक्षाबलों द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन और नक्सली विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। यह मुठभेड़ माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे सख्त अभियान का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करना है।
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