खटीमा (उधम सिंह नगर), एसडीएम कोर्ट में कोर्ट मैरिज के लिए लगे एक प्रार्थना पत्र के बारे हुए एक मैसेज के आते ही खटीमा में हिंदू संगठन के लोग सक्रिय हुए और एक हिंदू लड़की, जेहादियों के चंगुल में जाने से बच गई।
पिथौरागढ़ की लड़की ममता (काल्पनिक नाम) जिसका ननिहाल बरेली में है कुछ वर्ष पूर्व जब वो नाबालिग थी, समीर पुत्र मोहम्मद शाह के प्रेम जाल में फंस गई। 2022 में समीर पुत्र मोहम्मद शाह उसे लड़की के यौन शोषण के आरोप में उसके परिवार द्वारा मुकदमा लिखाए जाने पर जेल गया जेल से जमानत मिलने के बाद लड़की को पुनः बहला फुसला कर लड़की को लेकर कोर्ट मैरिज करने के लिए खटीमा कोर्ट में पहुंचा। बताया जाता है कि आरोपी समीर ने लड़की का नाम भी उसमें मुस्लिम दर्ज किया था, जिससे ये प्रतीत होता है कि उसने लड़की का धर्म परिवर्तन करा दिया।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: सहारनपुर में क्राइम कर देहरादून आकर छुप गया मस्जिद का मुतवल्ली खालिद, पुलिस पर जमाता था धौंस
समीर इस जुगत में था कि अब लड़की बालिग हो गई है और वो अब उससे निकाह कर लेगा तो उसका केस भी ख़त्म हो जाएगा। इस मामले में उसका वकील भी मददगार बना। इस मामले का प्रार्थना पत्र एसडीएम कोर्ट में दिया गया इसकी भनक हिंदू संगठनों और युवती के परिजनों को लगी। लड़की के मामा जो कि खटीमा में ही रहते थे, अपने मित्रों और हिंदू संगठनों के कार्यकताओं साथ कोर्ट परिसर पहुंचे, यहां हंगामा होने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची जिसके बाद लड़की को पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया और परिवारजनों के सुपुर्द कर दिया।
इसे भी पढ़ें: हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर मुस्लिम बनाने का षड्यंत्र, हिंदू संगठनों ने 600 से ज्यादा लड़कियों को बचाया
अब लड़की के परिवार वाले उसको अपने साथ ले बरेली ले गए जहां अब उसका हिंदू रीति रिवाज से विवाह करवाने की तैयारी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर कोर्ट परिसर में दिन भर चर्चा रही, समीर और उसके पैरवी करने वालों को भी स्थानीय हिंदू युवकों ने खूब खरी-खोटी सुनाई और खातिरदारी भी की। पुलिस ने आरोपी समीर को जैसे तैसे वहां से निकाला और कड़ी हिदायत देकर वहां से भगा दिया।
टिप्पणियाँ