ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली गलत सूचनाओं से निपटने के लिए एक कानून बनाया है। इस पर एलन मस्क भड़क गए हैं, उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सरकार को ‘फासीवादी’ करार दिया है। राष्ट्रमंडल के प्रस्तावित कानूनों के तहत सोशल मीडिया कंपनियों पर उनके वार्षिक कारोबार का 5% तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार के कानूनों पर भड़के अरबपति बिजनेसमैन मस्क ने ऑस्ट्रेलिया के उपायों के बारे में एक पोस्ट पर लिखा, “फासीवादी”। मस्क के कमेंट पर ऑस्ट्रेलियाई सरकार के मंत्री बिल शॉर्टन ने आरोप लगाया कि मस्क अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मामले में पूरी तरह से असंगत हैं। ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने एलन मस्क पर तंज कसते हुए कहा कि जब ये बात उनके व्यवसायिक हितों में होता है तो वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के चैंपियन होते हैं। लेकिन, जब भी ये उन्हें पसंद नहीं आता है, तो वे इस बात को पूरी तरह नजरअंदाज कर देते हैं।
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वहीं सहायक कोषाध्यक्ष स्टीफन जोन्स ने मस्क की टिप्पणी को ‘बेवकूफी भरी बात’ करार दिया है। स्टीफन जोन्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया हो या दुनिया की कोई और सरकार हो, हम अपने लोगों को धोखेबाजों से सुरक्षित रखने और अपराधियों से बचाने के लिए इस तरह के कानून को पारित करने के अपने अधिकार का दावा करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में, मैं यह नहीं देख सकता कि एलन मस्क या कोई अन्य फ्री स्पीच के नाम पर यह कैसे सोचता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घोटाले वाली सामग्री करना ठीक है, जो प्रति वर्ष ऑस्ट्रेलियाई लोगों को अरबों डॉलर लूट रहा है।
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दरअसल, एलन मस्क ने महीनों से चले आ रहे इस प्रकरण के बाद ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगा दिया।
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