गत 4 सितंबर को पुणे स्थित बाल गंधर्व रंग मंदिर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास और श्री सद्गुरु ग्रुप (पुणे) ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें वेद-सेवकों को सम्मानित किया गया।
इन वेद-सेवकों ने नवंबर, 2022 से फरवरी,2024 तक लगभग 16 महीने की लंबी अवधि के लिए 36 चरण में अयोध्या में चारों वेदों का उच्चारण करते हुए एक लंबा अनुष्ठान किया था। इसमें महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से 240 पुरोहित और स्वयंसेवक शामिल हुए थे।
कार्यक्रम में इन्हीं लोगों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि वेद समग्र ज्ञान और विज्ञान का स्रोत रहे हैं और हम परंपरागत रूप से उनका संरक्षण करते रहे हैं।
आज के समाज में आस्था को जीवित रखने के लिए वेदों के अद्यतन ज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वेद केवल प्राचीन ग्रंथ ही नहीं हैं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक विरासत का मूलाधार हैं, जो जीवन के हर पहलू में गहन ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव श्री चपत राय, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज, भारत विकास ग्रुप, पुणे के डॉ. हनुमंत गायकवाड़, सकाल मीडिया ग्रुप के अध्यक्ष श्री अभिजीत पवार और सदगुरु ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष श्री यशवंत कुलकर्णी ने भी अपने विचार रखे।
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