नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में सेमीकॉन इंडिया 2024 का शुभारंभ किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़े देश-विदेश के विशेषज्ञ और ग्लोबल लीडर्स मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारत की सेमीकंडक्टर नीति और विकास की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
सेमीकंडक्टर में भारत की मजबूत उपस्थिति का वादा
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में बड़ा कदम उठा रहा है। हम सिर्फ टेक्नोलॉजी में ही नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के माध्यम से चिप को देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत इस क्षेत्र में 1.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक का निवेश कर चुका है और आगे भी सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन इकोसिस्टम को सशक्त करने के लिए भारत का प्रयास जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम सेमीकंडक्टर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत फोकस कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य है कि दुनिया की हर डिवाइस में ‘इंडियन मेड चिप’ हो।”
छात्रों और प्रोफेशनल्स को बनाएंगे ‘सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री रेडी’
प्रधानमंत्री ने छात्रों और प्रोफेशनल्स को सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत में 85 हजार टेक्नीशियंस, इंजीनियर्स और रिसर्च एक्सपर्ट्स की एक नई वर्कफोर्स तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की बैठक हुई, जिससे भारत के रिसर्च इकोसिस्टम को नई दिशा मिलेगी।
भारत बनेगा सेमीकंडक्टर का वैश्विक केंद्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के लिए 50 प्रतिशत तक का समर्थन प्रदान कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि देश में 360 डिग्री एप्रोच के तहत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर काम हो रहा है। इस सेक्टर में कई प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं और सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम के तहत बड़े पैमाने पर फाइनेंशियल सपोर्ट दिया जा रहा है।
भविष्य की डिजिटल दुनिया में भारत का नेतृत्व
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत आज मोबाइल फोन्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक बन गया है। उन्होंने कहा कि 5जी हैंडसेट्स के मामले में भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक अपने इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक ले जाने का है, जिससे 60 लाख नौकरियों का सृजन होगा।
सेमीकंडक्टर में भारत की भूमिका होगी अहम
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का लक्ष्य सेमीकंडक्टर चिप्स और उनके फिनिश गुड्स दोनों को भारत में ही तैयार करना है। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को लेकर भारत के इरादे मजबूत हैं और हमारा लक्ष्य है कि संकट के समय में भी दुनिया की मैन्युफैक्चरिंग रुके नहीं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, जितिन प्रसाद, सांसद महेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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