नई दिल्ली ।`पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जज सुभ्रदीप मित्रा द्वारा कलकत्ता हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को लिखे गए एक पत्र ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है। इस पत्र में जज मित्रा ने बंगाल पुलिस पर जजों पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस मुद्दे को लेकर भाजपा के पश्चिम बंगाल सह प्रभारी अमित मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
जज सुभ्रदीप मित्रा ने अपने पत्र में दावा किया है कि पॉक्सो एक्ट के तहत आए कुछ फैसलों से स्थानीय टीएमसी नेताओं को निराशा हुई, जिसके बाद पुलिस ने जजों पर हमला करवाने की साजिश रची। पत्र में लिखा गया है कि पुलिस द्वारा विपक्षी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने में असफल रहने पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने अपराधियों से जजों के घरों की बिजली काटकर उन पर हमला करने की योजना बनाई।
हालांकि, सतर्क सुरक्षा गार्ड ने इस हमले को विफल कर दिया। इसके बाद भी जब पुलिस स्टेशन को सूचना दी गई, तो थानेदार ने घटनास्थल पर पहुंचने से इनकार कर दिया, जबकि जजों का निवास पुलिस स्टेशन के काफी नजदीक था।
अमित मालवीय ने कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है और यह न्यायपालिका की सुरक्षा और सम्मान पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में पुलिस अब पॉक्सो एक्ट का दुरुपयोग कर रही है और पहले वह विपक्षी नेताओं को गंभीर आरोप लगाकर जेल भेजती थी, लेकिन अब जजों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, कलकत्ता हाई कोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके और न्यायपालिका में जनता का विश्वास बरकरार रखा जा सके।
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