गत दिनों ठाकुर रामसिंह इतिहास शोध संस्थान नेरी (हि.प्र.) में शोध संस्थान के संस्थापक ठाकुर रामसिंह की 14वीं पुण्यतिथि पर हवन, यज्ञ एवं भजन-कीर्तन कार्यक्रम हुआ। इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ नेरी, कमलाह व खगल गांव के महिला मंडल की सदस्यों ने सहभागिता की।
शोध संस्थान के सचिव एवं निदेशक सदस्य प्यार चंद परमार ने ठाकुर रामसिंह को स्मरण करते हुए कहा कि अनेक महापुरुषों के कालजयी कार्यों को नमन करते हुए असंख्य लोग उनसे प्रेरणा लेते हैं, ऐसे ही महापुरुष श्रद्धेय ठाकुर रामसिंह हुए।
इनका जन्म हमीरपुर जिला के भोरंज में हुआ था लेकिन अपना सारा जीवन राष्ट्र कार्य के लिए समर्पित किया। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे उच्च शिक्षा हेतु लाहौर गए। वहां से प्रथम श्रेणी मे स्नातक एवं इतिहास विषय में स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की।
इसी दौरान इनका संपर्क अनेक क्रांतिकारियों से हुआ। उनमें से एक बलराज मधोक भी थे जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता थे। उन्हीं के माध्यम से ठाकुर रामसिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। बाद में उन्होंने अपना पूरा जीवन संघ के प्रचारक के रूप मे समर्पित कर दिया।
जिला स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता
गत दिनों छाबड़ा (राजस्थान) स्थित आदर्श विद्या मंदिर में जिला स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता संपन्न हुई। प्रतियोगिता में चार विद्यालयों के 96 छात्रों ने भाग लिया। किशोर और बाल वर्ग में प्रथम स्थान आदर्श विद्या मंदिर, छाबड़ा और द्वितीय स्थान आदर्श विद्या मंदिर, केलखेड़ी ने प्राप्त किया। विजेता एवं उपविजेता छात्रों को स्मृति चिन्ह और प्रशंसापत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे नेमीचंद साहू एवं अध्यक्षता की वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक गिरिराज शर्मा ने।
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