बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण वनवासी समाज के अस्तित्व पर संकट : चंपाई सोरेन
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण वनवासी समाज के अस्तित्व पर संकट : चंपाई सोरेन

चंपाई सोरेन ने कहा कि संथाल परगना के दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां अब वनवासी परिवार नहीं मिलते

by SHIVAM DIXIT
Sep 5, 2024, 09:57 pm IST
in भारत, झारखण्‍ड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

रांची । झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने एक बार फिर राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। विशेष रूप से संथाल परगना क्षेत्र में हो रही बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण वनवासी समाज के अस्तित्व पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्यम से चंपाई सोरेन ने संथाल परगना के कई गांवों में वनवासी समाज के समाप्त हो जाने पर सवाल उठाया।

चंपाई सोरेन ने कहा कि संथाल परगना के दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां अब वनवासी परिवार नहीं मिलते। उन्होंने उदाहरण के तौर पर पाकुड़ जिले के जिकरहट्टी गांव का संथाली टोला का उल्लेख किया, जहां अब एक भी संथाल परिवार नहीं रहता। इसी तरह मालपहाड़िया गांव में आदिम जनजाति का कोई भी सदस्य नहीं बचा है। चंपाई ने सवाल उठाया कि आखिर इन भूमिपुत्रों का क्या हुआ? उनके घरों और जमीनों पर अब किसका कब्जा हो गया?

उन्होंने बरहेट के गिलहा गांव की एक घटना का भी जिक्र किया, जहां एक वनवासी परिवार की जमीन पर जबरन कब्रिस्तान बनाया गया। इस तरह की घटनाएं संथाल परगना के कई क्षेत्रों में हो रही हैं। चंपाई सोरेन ने वीर भूमि भोगनाडीह और उसके आसपास के क्षेत्रों में वनवासी परिवारों की संख्या घटने पर चिंता जताई।

घुसपैठ से वनवासियों की जमीनों पर कब्जा

सोरेन ने कहा कि वीर सिदो-कान्हू और तिलका मांझी जैसे महान वनवासी नेताओं ने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में विदेशी अंग्रेजों के सामने कभी घुटने नहीं टेके, लेकिन आज उनके वंशजों की जमीनों पर घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने वनवासी समाज की माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की।

चंपाई सोरेन ने कहा कि यह घुसपैठ का मुद्दा उनके लिए राजनैतिक नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दा है। उन्होंने कहा कि यदि हम इस पर खामोश रहे, तो आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी। उन्होंने वनवासी समाज को संगठित होने और इस गंभीर समस्या के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया।

Topics: घुसपैठ बांग्लादेश झारखंडChampai Soren on Bangladeshi infiltrationwaterBangladeshi infiltration Jharkhandबांग्लादेशी घुसपैठ पर चंपई सोरेनSanthal Pargana tribal crisisबांग्लादेशी घुसपैठ झारखंडChampai Soren statementसंथाल परगना वनवासी संकटinfiltration tribal societyचंपाई सोरेन बयानSanthal Pargana infiltrationघुसपैठ वनवासी समाजBangladeshi occupation in Jharkhandसंथाल परगना घुसपैठforest and land Jharkhandझारखंड में बांग्लादेशी कब्जाinfiltration Bangladesh Jharkhandजल जंगल जमीन झारखंड
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

झारखंड के साहिबगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

‘एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर झारखंड से बाहर निकालेंगे’ : अमित शाह

बेहद जरूरी है भारत में धर्म और रिलीजन का अंतर स्‍पष्‍ट करना, भयंकर हैं इसके खतरे

पाकिस्तान: सुहैल ने भाभी और भतीजी को दीवार में जिंदा चुनवाया

Jal Jivan mission Uttar Pradesh

Uttar Pradesh: मात्र 18 दिनों में 2 लाख घरों को मिलने लगा नल से स्वच्छ जल

अपने खेत में सुभाष शर्मा

#कृषि विशेष : खाद से रखा पर्यावरण का ख्याल

कार्यक्रम में विचार रखते अतुल जैन

प्राकृतिक संसाधनों का सम्मान आवश्यक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies