क्या मियां ! कौन हैं ये, कहाँ से आए, किसने बसाए..?
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

क्या मियां ! कौन हैं ये, कहाँ से आए, किसने बसाए..?

समझिए कैसे भारत और भारतीयों के लिए खतरा बन गए हैं ये मियां, रोहिंग्या और बांग्लादेशी। छोटे-मोटे अपराधों से लेकर बड़ी आतंकवादी गतिविधियों में रहते है संलिप्त

by SHIVAM DIXIT
Sep 5, 2024, 08:22 pm IST
in भारत, विश्लेषण
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत में अवैध रूप से रह रहे मियां, रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों की बढ़ती संख्या ने सुरक्षा और सामाजिक ताने-बाने के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया है। ये लोग छोटे-मोटे अपराधों से लेकर बड़ी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा पर भारी दबाव बना है। अवैध घुसपैठ के जरिए भारत में प्रवेश करने वाले ये तत्व न सिर्फ अपराध बढ़ा रहे हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी चुनौती बनते जा रहे हैं।

मियां मुस्लिम कौन हैं?

मियां मुस्लिम असम और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बसे हैं। ये लोग बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) से आए थे, असम के मूल निवासी इन्हें मिया कहकर ही पुकारते हैं। 1950 के दशक में विभाजन के बाद और 1971 में बांग्लादेश युद्ध के समय मिया बांग्लादेश से भागकर भारत के असम में बस गए। बाद के दशकों में अवैध तरीके से कई लोग बांग्लादेश से असम और पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में बस गए। इस समुदाय को अक्सर ‘मियां मुस्लिम’ के रूप में संदर्भित किया जाता है। इनकी आबादी में बढ़ोतरी और अवैध प्रवासन के आरोपों को लेकर समय-समय पर असम की राजनीति में मुद्दा बना रहा है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में इस समुदाय और अवैध प्रवासियों पर सवाल उठाते हुए उनकी बढ़ती संख्या को राज्य की सुरक्षा, सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय स्थिति के लिए खतरनाक बताया है। मियां मुस्लिमों ने स्थानीय असमिया लोगों के रोजगार पर भी कब्जा किया है।

अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिम : किस राज्य में बसे हैं?

भारत में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की समस्या लगातार गंभीर रूप लेती जा रही है। खासतौर से पूर्वोत्तर के राज्यों और हिमालयी क्षेत्र में इनकी उपस्थिति एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुकी है।

1. असम : असम में अवैध बांग्लादेशियों की संख्या लाखों में है। राज्य की डेमोग्राफी में काफी बदलाव आया है, खासतौर पर निचले असम में।

2. पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल में भी बांग्लादेशी मुसलमानों की संख्या काफी बड़ी है। इनकी उपस्थिति ने राज्य की जनसांख्यिकी को बहुत प्रभावित किया है, खासकर सीमावर्ती जिलों में।

3. बिहार : बिहार में भी अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की एक बड़ी संख्या है, हालांकि यह समस्या असम या पश्चिम बंगाल जैसी नहीं है। राज्य में कई लाख बांग्लादेशी मुसलमान बसे हुए हैं।

4. उत्तर प्रदेश : यूपी में भी अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या की समस्या बनी हुई है।

5. जम्मू-कश्मीर : जम्मू में खासकर रोहिंग्या मुसलमानों की बड़ी संख्या बसी हुई है। जम्मू की डेमोग्राफी पर इनकी उपस्थिति का सीधा असर देखा जा सकता है।

6. उत्तराखंड, हिमाचल और अन्य हिमालयी राज्य : उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य हिमालयी राज्यों में भी अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान हैं। खासतौर पर शहरी क्षेत्रों और पर्यटन स्थलों पर इनकी उपस्थिति पाई गई है।

भारत में बढ़ते अपराधों में इनकी भूमिका

अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या भारत में बढ़ते अपराधों में संलिप्त हैं। कई मामलों में ये प्रवासी छोटे-मोटे अपराधों से लेकर बड़े आतंकवादी गतिविधियों में भी संलिप्त पाए गए हैं। खासतौर पर:

• मानव तस्करी : बांग्लादेश से भारत में होने वाली अवैध घुसपैठ में मानव तस्करी एक प्रमुख मुद्दा रहा है। महिलाओं और बच्चों को अवैध रूप से भारत में लाकर विभिन्न गतिविधियों में लिप्त किया जाता है।

• नशीली दवाओं का कारोबार : अवैध बांग्लादेशी प्रवासी खासकर नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल पाए गए हैं। असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्वी राज्यों में कई बार यह देखा गया है कि अवैध प्रवासी मादक पदार्थों के व्यापार में लिप्त होते हैं।

• आतंकवादी गतिविधियां : पश्चिम बंगाल, असम और जम्मू में कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जहां अवैध प्रवासियों को आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है।

जिहाद और अपराध की आड़ में गतिविधियां

बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिम प्रवासियों के खिलाफ सबसे बड़ा आरोप यह है कि वे जिहाद के नाम पर भारत में विभिन्न आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। इनमें से कई प्रवासियों पर आतंकी संगठनों से जुड़े होने और भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का भी आरोप है।

गंभीर चुनौती बने मियां मुस्लिम

भारत में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की समस्या एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। हिमंत बिस्वा शर्मा जैसे नेताओं के बयानों ने इस मुद्दे को और प्रमुखता से सामने रखा है। अवैध प्रवासन से संबंधित अपराध, आतंकवाद और डेमोग्राफी में बदलाव जैसी समस्याओं ने भारत के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को गहरे तक प्रभावित किया है। यह आवश्यक है कि केंद्र और राज्य सरकारें इस मुद्दे पर कठोर कदम उठाएं ताकि देश की सुरक्षा और सामाजिक संतुलन को कायम रखा जा सके।

Topics: रोहिंग्या खतराillegal infiltration in Indiaभारत में आतंकवादnational security issuesभारत में अवैध घुसपैठillegal migrant crimeराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्देMian Rohingya controversyअवैध प्रवासी अपराधBangladeshi infiltrator crisisमियां रोहिंग्या विवादillegal infiltrators in Indiaबांग्लादेशी घुसपैठिए संकटभारत में अवैध घुसपैठिएMuslim infiltrationRohingya threatमुस्लिम घुसपैठterrorism in India
Share52TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

तहव्वुर हुसैन राणा

तहव्वुर हुसैन राणा: भारत वापस लाया गया दुनिया का सबसे “बुरा आदमी”

Tripura BSF Illegel Bangladeshi immigrants

त्रिपुरा में BSF की बड़ी कार्रवाई: 4 दिन में 29 बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े, भारतीय दलाल भी गिरफ्तार

विदेश सैटलमेंट के लालच में किया चण्डीगढ़ बम विस्फोट

अवैध मस्जिद के विरोध में प्रदर्शन करते शिमला के लोग

अवैध मस्जिद, वैध आक्रोश

मिलिंद परांडे, विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री

जनसंख्या असंतुलन मुस्लिम घुसपैठ के कारण बढ़ रहा : मिलिंद परांडे

बीरभूम नरसंहार : बर्बरता की चपेट में बंगाल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies